चीन की धमकी- 1962 के युद्ध से सबक ले भारत

चीन की धमकी- 1962 के युद्ध से सबक ले भारत

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-29 13:43 GMT
चीन की धमकी- 1962 के युद्ध से सबक ले भारत

एजेंसी, बीजिंग। 1962 के इंडो-चाइना वॉर की याद दिलाते हुए चीन ने भारत से सिक्किम के दोंगलांग क्षेत्र से अपनी सेना को वापस बुलाने के लिए कहा है। गुरुवार को चीन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि भारत को अपनी पुरानी हार से सबक लेना चाहिए और शांतिपूर्वक बातचीत की पहल करनी चाहिए। इस चेतावनी के साथ ही चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू केंग ने चीनी क्षेत्र में भारतीय सेना की घुसपैठ की फोटो भी दिखाई। उन्होंने कहा कि सीमा पर बढ़ा तनाव केवल भारतीय सेना के पीछे हटने के बाद की खत्म हो पाएगा।

प्रवक्ता ने कहा कि अवैध घुसपैठ के बाद हमने नई दिल्ली और बीजिंग में अपनी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा, 'बातचीत के लिए राजनयिक स्तर के माध्यम खुले हुए हैं। हमने भारत को तुरंत अपने सैनिक चीनी सीमा से वापस बुलाने कि लिए कहा है। यह समझौते की पहली जरूरी शर्त है तभी हम बातचीत के लिए आगे बढ़ेंगे।'

ठीक इसी समय एक अन्य प्रेस कॉन्फ्रेंस में चीनी रक्षा मंत्रालय ने भूटान की सीमा में चीनी घुसपैठ के आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया। चीन का कहना है कि भूटान का यह आरोप बिल्कुल निराधार है कि चीनी सैनिक भूटान की सीमा में घुसे थे। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीनी सैनिकों ने भूटान की सीमा में कोई घुसपैठ नहीं की। चीनी सैनिक अपनी सीमा में ही रहकर अपना काम कर रहे हैं।

गौरतलब है कि सिक्किम बॉर्डर पर चीन की सड़क बनाने से पैदा हुआ तनाव भारत से लगी भूटान सीमा तक पहुंच गया है। भूटान ने हाल ही में चीनी सैनिकों पर भूटान की सीमा में घुसपैठ करने का आरोप लगाया था। साथ ही भूटान ने अपनी सीमा के करीब चीन द्वारा सड़क निर्माण पर भी आपत्ति जताई है। भूटान ने बीजिंग से कहा है कि वह फौरन अपना काम रोक दे। भारत में भूटान के राजदूत वेत्सोप नामग्याल ने कहा कि उनके देश ने चीन को इस बारे में एक डीमार्शे दिया है।

 

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