राष्ट्रपति बनते ही शी जिनपिंग ने कहा, हम खूनी जंग के लिए तैयार
राष्ट्रपति बनते ही शी जिनपिंग ने कहा, हम खूनी जंग के लिए तैयार
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति पद के पांच साल के दूसरे कार्यकाल को संभालते हुए शी चिनफिंग ने कहा, चीन अपने दुश्मनों के खिलाफ "खूनी जंग लड़ने" के लिए तैयार है। ’चीन एक इंच भी जमीन नहीं छोड़ेगा और अपनी संप्रभुता की रक्षा करेगा।‘ वह संसद सत्र के समापन पर बोल रहे थे।
टीवी पर प्रसारित हो रहे अपने संबोधन में चिनफिंग ने कहा, "चीन के लोग अदम्य साहस और जिद वाले होते हैं। हम अपने दुश्मनों के खिलाफ खूनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार और प्रतिबद्ध हैं।" हालांकि उन्होंने ये नहीं बताया कि उनका दुश्मन कौन है। भारत के साथ सीमा विवाद के अलावा, चीन पूर्वी चीन सागर के उप द्वीपों पर भी अपना हक जमाता है जो फिलहाल जापान के प्रशासनिक क्षेत्र में आते हैं। इनके अलावा दक्षिण चीन सागर में नियंत्रण को लेकर वह वियतनाम, फिलीपीन, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान के साथ उलझा हुआ है। 18 दिन के लंबे संसद सत्र के आखिरी दिन 30 मिनट के लंबे भाषण में शी ने कहा, ‘चीनी नागरिक और चीन का दृढ़ विश्वास है कि हमारे जमीन का एक इंच भी चीन से बाहर नहीं जाएगा।"
बता दें कि नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) के 2900 से अधिक सांसदों ने 11 मार्च को राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के अधिकतम दो कार्यकाल की समयसीमा खत्म करने के मकसद से सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की ओर से प्रस्तावित संवैधानिक संशोधन के लिए मतदान किया था। दो बार के कार्यकाल पर समयसीमा लगने के कारण शी को वर्ष 2023 तक सीपीसी प्रमुख, सेनाध्यक्ष और राष्ट्रपति के पद से रिटायर होना था। वह इससे पहले साल 2013 में राष्ट्रपति बने थे।
पार्टी और सेना प्रमुख होने के साथ-साथ जीवनपर्यंत राष्ट्रपति पद पर बने रहने की संभावनाओं के साथ ही शी सीपीसी के संस्थापक माओ त्से तुंग के बाद देश के सबसे ताकतवर नेता बन गए हैं। ताइवान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हमें अपने देश की सम्प्रभुता और अखंडता की रक्षा करनी चाहिए और मातृभूमि के पूर्ण एकीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए। शी ने अपने भाषण में बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा को "विभाजनकारी" बताया।