भारत ने सबसे ज्यादा वोट के साथ हासिल की UNHRC की सदस्यता

भारत ने सबसे ज्यादा वोट के साथ हासिल की UNHRC की सदस्यता

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-12 16:57 GMT
भारत ने सबसे ज्यादा वोट के साथ हासिल की UNHRC की सदस्यता
हाईलाइट
  • भारत ने एशिया-पेसिफिक क्षेत्र से UNHRC की सदस्यता हासिल की।
  • यह सभी सदस्य एक गुप्त बैलेट द्वारा बहुमत के आधार पर चुने गए।
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा ने शुक्रवार को UNHRC के नए सदस्यों का चयन किया।

डिजिटल डेस्क, जिनेवा। भारत ने सबसे अधिक वोटों के साथ एशिया-पेसिफिक क्षेत्र से संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) की सदस्यता हासिल कर ली है। भारत को 188 वोट हासिल हुए हैं। 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) ने शुक्रवार को UNHRC के नए सदस्यों का चयन किया। यह सभी सदस्य एक गुप्त बैलेट द्वारा बहुमत के आधार पर चुने गए। बता दें कि इस परिषद में चुने जाने के लिए सभी निर्वाचित देशों को कम से कम 97 वोट चाहिए होते हैं। 

भारते के अलावा एशिया-पेसिफिक क्षेत्र से चार और देश चुने गए हैं। इसमें बहरीन, बांग्लादेश, फिजी और फिलीपींस शामिल हैं। इससे पहले चुनाव को लेकर UN में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा था, "हम साथ हैं। बहरीन, बांग्लादेश, फिजी, भारत और फिलीपींस ने UNHRC चुनावों में एशिया-पेसिफिक क्षेत्र से 5 सीटों के लिए दावा पेश किया है।" यह देखते हुए कि एशिया-पेसिफिक क्षेत्र में पांच सीटों के लिए केवल पांच देशों ने ही दावे पेश किए हैं, ऐसे में परिषद के लिए भारत समेत सभी देशों का चुना जाना निश्चित माना जा रहा था।

नए सदस्य देशों का कार्यकाल 1 जनवरी, 2019 से शुरू होगा और तीन साल की अवधि के लिए रहेगा। भारत इससे पहले 2011-2014 और 2014-2017 तक दो बार इसका सदस्य रह चुका है। भारत का अंतिम कार्यकाल 31 दिसंबर, 2017 को समाप्त हुआ था। भारत उस वक्त दोबारा चुनाव नहीं लड़ सकता था क्योंकि नियमों के अनुसार लगातार दो बार परिषद का सदस्य रह चुके देश को तीसरी बार चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं है।

UNHRC को UN General Assembly द्वारा मार्च 2006 में बनाया गया था। इस परिषद में 47 निर्वाचित सदस्य देश शामिल हैं। एशिया-पेसिफिक क्षेत्र के अलावा विश्व के पांच महाद्वीपों के 18 देश कुल 18 सीटों के लिए दावा पेश किए थे। ऐसे में सभी देश बिना कोई चुनौती के निर्वाचित हो गए हैं। अफ्रीकी क्षेत्र के पांच सीटों पर बुर्किना फासो, कैमरून, एरिट्रिया, सोमालिया और टोगो, वहीं पूर्वी यूरोपीय क्षेत्र के दो सीटों के लिए बुल्गारिया और चेक गणराज्य ने UNHRC की सदस्यता हासिल की है। लैटिन अमेरिका और कैरीबियन क्षेत्र से अर्जेंटीना, बहामा और उरुग्वे, जबकि पश्चिमी यूरोपीय और अन्य श्रेणी में खाली तीन सीटों के लिए ऑस्ट्रिया, डेनमार्क और इटली ने UNHRC की सदस्यता हासिल की है।

 

 

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