मुलाकात रद्द होने पर बोला नॉर्थ कोरिया, किम जोंग अब भी ट्रंप से मिलने को तैयार

मुलाकात रद्द होने पर बोला नॉर्थ कोरिया, किम जोंग अब भी ट्रंप से मिलने को तैयार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-25 14:16 GMT
मुलाकात रद्द होने पर बोला नॉर्थ कोरिया, किम जोंग अब भी ट्रंप से मिलने को तैयार

डिजिटल डेस्क, सोल। यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के मुलाकात को रद्द करने के फैसले के बाद भी नार्थ कोरिया ट्रंप से मिलना चाहता है। नार्थ कोरिया का कहना है कि वह किसी भी समय डोनाल्ड ट्रंप से मिलने को तैयार है। दरअसल, 12 जून को सिंगापुर में ट्रंप और नॉर्थ कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच ऐतिहासिक मुलाकात होने वाली थी, लेकिन ट्रंप ने इसे बीते दिनों नार्थ कोरिया की तरफ से आए बयानों को देखते हुए रद्द कर दिया।

वैश्विक समुदाय में निराशा
नार्थ कोरिया विदेश मंत्रालय के टॉप अधिकारी किम काय ग्वान ने कहा, ट्रंप के इस फैसले से कोरियन प्रायदीप पर शांति चाहने वाले वैश्विक समुदाय को निराशा हुई है। हम एक बार फिर अमेरिका को बताना चाहते है कि हमारा इरादा अमेरिका के साथ बैठकर समस्याओं का समाधान करने का है। हम किसी भी वक्त प्रेसिडेंट ट्रंप से मिलने को तैयार हैं। ग्वान ने कहा, ट्रंप का फैसला दुनिया में शांति और स्थिरता के लिए मानव जाति की इच्छा के अनुरूप नहीं है।

मुलाकात के लिए यह समय ठीक नहीं
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने शिखर वार्ता को रद्द करते हुए कहा था, मैंने 12 जून को सिंगापुर में तय शिखर सम्मेलन को समाप्त करने का फैसला किया है। एक बड़ा मौका संभावित रूप से आगे है, मेरा मानना है कि यह उत्तर कोरिया के लिए जबरदस्त झटका होगा। व्हाइट हाउस से जारी किए गए पत्र में ट्रंप ने कहा कि "अफसोस की बात है कि आपके हालिया बयानों में जबरदस्त गुस्सा और खुली शत्रुता का आभास हुआ है, इसलिए मुझे लगता है कि मुलाकात के लिए यह समय अभी ठीक नहीं है। अगर आप चाहते हैं कि यह ऐतिहासिक बातचीत हो तो आप मुझे फोन या पत्र लिखकर जानकारी दे सकते हैं।"  

इस बयान से नाराज हुआ अमेरिका
गुरुवार को उत्तर कोरिया की उपविदेश मंत्री चोई सोन-हुई ने कहा था, ‘यह फैसला अमेरिका को करना है कि वह हमसे मीटिंग हॉल में मिलना चाहता है या परमाणु युद्ध में। उत्तर कोरिया की ओर से यह धमकी अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस के एक बयान पर नाराजगी जताते हुए आई थी। माइक पेंस ने कहा था, ‘राष्ट्रपति स्पष्ट कर चुके हैं कि अगर किम जोंग-उन कोई समझौता नहीं करते हैं तो इस विवाद का अंत भी लीबिया मॉडल की तरह होगा।’ यह पूछे जाने पर कि क्या यह उत्तर कोरिया को धमकी है, माइक पेंस ने कहा था,‘यह काफी हद तक सच्चाई है।

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