नेपाल चुनाव : बहुमत की ओर वामपंथी गठबंधन, के.पी.ओली बन सकते हैं पीएम
नेपाल चुनाव : बहुमत की ओर वामपंथी गठबंधन, के.पी.ओली बन सकते हैं पीएम
डिजिटल डेस्क, काठमांडू। नेपाल संसदीय चुनाव में वामपंथी गठबंधन भारी बहुमत के साथ एक बड़ी जीत की ओर बढ़ रहा है। अब तक घोषित परिणाम के अनुसार 82 सीटों पर वामपंथी गठबंधन ने जीत दर्ज की है। गठबंधन के 275-सदस्यीय संसद में स्पष्ट बहुमत की तरफ बढ़ने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री के.पी.ओली को प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा है। ओली के नेतृत्व वाली CPN-UML 59 सीटों पर जीत दर्ज कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि 165 सीटों का नतीजा सोमवार सुबह तक आ जाएगा। प्रोपोशनल रीप्रेजेंटेशन सिस्टम के तहत आने वाली 110 सीटों का नतीजा इस सप्ताह के अंत तक आएगा।
नेपाल के प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने दरदेलधुरा-1 संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वी को काफी बड़े अंतर से हराते हुए आसान जीत हासिल की है। स्थानीय मीडिया के अनुसार देउबा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी माओवादी सेंटर (सीपीएन) के खगराज भट्टा को 6929 मतों के अंतर से हराया। देउबा को 28,044 वोट हासिल हुए जबकि भट्टा को 21,115 मत प्राप्त हुए।
निर्वाचन अयोग से जारी परिणाम के अनुसार, CPN-UML ने 59 सीटों पर और उसकी सहयोगी पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड के नेतृत्व वाली CPN-माओवादी सेंटर ने 23 सीटों पर जीत दर्ज की है। दूसरी तरफ सत्ता पर काबिज़ नेपाली कांग्रेस ने अभी तक महज 13 सीटें ही जीती हैं। दो मधेसी पार्टियों को 5 सीटें मिली हैं। उपेंद्र यादव के नेतृत्व वाली फेडरल सोशलिस्ट फोरम को 2 सीटें मिली हैं, वहीं महंत ठाकुर के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता पार्टी को 3 सीटें मिली हैं। पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई के नेतृत्व वाली नया शक्ति पार्टी को एक सीट मिली है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को सफलता मिली है।
गौरतलब है कि नेपाल में संसदीय और प्रांतीय विधानसभाओं के चुनाव के लिए दो चरणों में 26 नवंबर और 7 दिसंबर को मतदान हुए थे। पहले चरण में 32 जिलों में चुनाव हुए थे, जिसमें से ज्यादातर पवर्तयीय इलाके शामिल थे। पहले चरण में 65 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। दूसरे चरण में 67 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। संसदीय सीटों के लिए हुए चुनाव में 1663 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। संघीय संसद की 275 सीटों और सात प्रांतीय सभाओं के लिए 550 सदस्यों को चुना जाएगा। राजशाही के अंत और गृहयुद्ध ख़त्म होने के बाद नेपाल में पहली बार आम चुनाव हुए हैं।