मन्नत पूरी होने पर, 18 महीने के बच्चे को लिटाया अंगारों पर

मन्नत पूरी होने पर, 18 महीने के बच्चे को लिटाया अंगारों पर

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-02 08:20 GMT
मन्नत पूरी होने पर, 18 महीने के बच्चे को लिटाया अंगारों पर

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। ये कैसी प्रथा है जहां मां-बाप के लिए अपने बच्चे से बढ़कर एक रिवाज होता है। मां-बाप अपने बच्चे पर एक आंच नहीं देते, लेकिन कर्नाटक के धारवाड़ जिले से एक हैरान करने वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। यहां मुहर्रम पर एक रिवाज के तहत 18 महीने के बच्चे को केले के पत्ते में लिपेटकर अंगारों पर लिटा दिया गया।

दरअसल धारवाड़ जिले के अल्लापुर इलाके में एक रिवाज के तहत बच्चे के पिता ने उसे केले के पत्ते में लपेटकर जलते कोयले पर लिटा दिया। अंगारों के बीच बच्चा बेइंतहा रो रहा था, तड़प रहा था और लोग तमाशबीन बने देख रहे थे। जानकारी के मुताबिक, बच्चे के माता-पिता ने दो साल पहले बेटा पैदा होने की मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर रिवाज के तहत उन लोगों को बच्चे को अंगारे के बिस्तर पर सुलगते अंगारो के बीच लिटाना था। जिसके बाद बच्चे को केले के पत्ते में लपेटकर उसे इस पर लिटा दिया गया है। आग बहुत धीमी थी। रिवाज के तौर पर बच्चे को सिर्फ कुछ सेकेंड के लिए ही सुलगते अंगारों पर रखा जाता है।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। लेकिन, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने पुलिस से बच्चे के माता-पिता की काउंसलिंग कराने की मांग की है।

हाल ही में कर्नाटक कैबिनेट ने अंधविश्वास विरोधी बिल 2017 को मंजूरी दी है। इसके तुरंत बाद ये मामला सामने आया है। बता दें कि कर्नाटक सरकार के अंधविश्वास विरोधी बिल में काला जादू और ऐसी मान्यताओं पर पूर्ण रूप से रोक लगाने के प्रावधान किए गए हैं। अगर किसी रिवाज के दौरान व्यक्ति की मौत हो जाती है तो संबंधित व्यक्ति के लिए मौत की सजा का भी प्रावधान है।

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