लोकतंत्र और महाराष्ट्र के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा ये दिन : कांग्रेस

लोकतंत्र और महाराष्ट्र के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा ये दिन : कांग्रेस

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-23 15:12 GMT
लोकतंत्र और महाराष्ट्र के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा ये दिन : कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में रातों रात बदले सत्ता समीकरणों ने प्रदेश में सियासी हलचल बढ़ा दी है। जहां शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) मिलकर सरकार बनाने की तैयारी में थी, वहीं शनिवार सुबह भाजपा ने NCP से अजित पवार की बगावत के चलते अपनी सरकार बना ली। इस बीच कांग्रेस ने आज (23 नवंबर) के दिन को लोकतंत्र और महाराष्ट्र के इतिहास का काला दिन बताया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि "बैंड, बाजा और बारात के बिना मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।" उन्होंने कहा कि "महाराष्ट्र के इतिहास में यह घटना काली स्याही से लिखी जाएगी।" साथ ही पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी कहा कि "देश के लोकतंत्र और महाराष्ट्र के इतिहास में 23 नवंबर की तारीख काले दिन के रूप में दर्ज की जाएगी।"

 

 

इस दौरान अहमद पटेल ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि "राज्यपाल ने विधायकों के समर्थन की सूची की जांच किए बिना शपथ दिलाई है, इसी से मुझे बू आ रही है कि कहीं न कहीं कुछ गलत हुआ है।" साथ ही पटेल ने बताया कि "फडणवीस सरकार के विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस, NCP और शिवसेना एक साथ रहेगी।" उन्होंने कहा कि "यह आरोप गलत है कि कांग्रेस की ओर से देरी होने के कारण भाजपा को सरकार बनाने का मौका मिल गया।" उन्होंने बताया कि "NCP के विधायकों के टूटने के कारण प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है।"

विधायक दल नेता चुनने का अधिकार सोनिया को

कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा में पार्टी के विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को दे दिया है। शनिवार को कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात ने यह प्रस्ताव पेश किया। इस प्रस्ताव में पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और अशोक चव्हाण समेत अन्य विधायकों ने अनुमोदन दिया।

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