डायरिया का प्रकोप, मरीजों की संख्या बढ़कर 35 के पार
डायरिया का प्रकोप, मरीजों की संख्या बढ़कर 35 के पार
डिजिटल डेस्क, कटनी। ढीमरखेड़ा के महगवां में फैले उल्टी-दस्त (डायरिया) के प्रकोप पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। क्षेत्र में लगे स्वास्थ्य शिविर में मरीजों का सघन उपचार कर उन्हें दवाएं वितरित की जा रही है। बुधवार को महगवां में उल्टी-दस्त के 10 नए मरीजों सहित कुल 25 मरीज स्वास्थ्य शिविर पहुंचे जहां उनका उपचार किया गया।
वहीं पीएचई विभाग की जांच रिपोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग के दावे को खारिज करते हुए कुएं के पानी को डायरिया की वजह नहीं बताया है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कुएं के पानी से अधिक दूषित हैंडपंप का पानी है।
पीएचई के टेस्ट में पास हुआ कुआं
जहां एक ओर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने महगवां में डायरिया फैलने के लिए कुएं के पानी को जिम्मेदार बताया था। वहीं पीएचई विभाग की रिपोर्ट देने कुएं के पानी को क्लीनचिट दे दी है। पीएचई के सब इंजीनियर बीपी चक्रवर्ती ने बताया कि मंगलवार की देररात कुएं के पानी का सेम्पल लिया गया था। जिसका फिजिकल टेस्ट स्लीमनाबाद स्थित विभाग की लैब में कराया गया। रिपोर्ट में कुएं का पानी सुरक्षित आया है। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा मौका मुआयना कर जहां कुंए में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया था साथ ही कुंए के पानी का उपयोग न करने ग्रामीणों को समझाईश दी गई थी।
बीएमओ को किया गया अलर्ट
महगवां में डायरिया फैलने के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग द्वारा समूचे जिले में स्वास्थ्य अमले को अलर्ट कर दिया गया। पानी को छानकर व उबालकर पीने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमएचओ डॉ. अशोक अवधिया द्वारा सभी बीएमओ को फील्ड पर नजर रखने तथा उल्टी-दस्त के मरीजों की जानकारी लगते ही तुरंत मौके पर पहुंचकर उपचार शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
कैम्प में अब भी 18 उपचाररत
मंगलवार को कैम्प से चार मरीजों को जिला अस्पताल तथा तीन को उमरियापान स्वास्थ्य केंद्र रिफर कर दिया गया था। वहीं कैम्प में 18 मरीजों का उपचार जारी था। जिनमें से करीब 8 मरीजों के स्वास्थ्य मेें सुधार होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं बुधवार को 10 नये मरीज कैम्प पहुंचे। जिनका उपचार जारी है। उमरियापान बीएमओ डॉ. राजेश केवट, डॉ. अजय सोनी, डॉ. प्रशांत सोनी, मनोज पसारे, सुमेधा झा द्वारा कैम्प में उपचार किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को मुन्नालाल लुहार तथा घंशीबाई के बाद मकरंद सिंह 25 वर्ष व शिवम सिंह 10 वर्ष को भी उपचार के लिए जिला अस्पताल रिफर किया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा महगवां सहित आसपास के अन्य गांवों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है तथा जलस्त्रोतों के पास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जा रहा है।
डीआईओ डॉ. समीर सिंघई ने कहा कि प्राथमिक निरीक्षण में कुएं का पानी दूषित पाया गया था तथा ऐसी आशंका जताई गई थी कि कुएं के दूषित पानी से ही डायरिया फैला हो। हालांकि अब तक महगवां में करीब 35 मरीज उल्टी-दस्त के सामने आए हैं, जिनका उपचार जारी है।
पीएचई सब इंजीनियर बीपी चक्रवर्ती ने कहा कि महगवां के कुएं के पानी की फिजिकल टेस्ट रिपोर्ट क्लीयर आई है। गुरूवार को पुन: कुएं के पानी का सेम्पल लिया जाएगा तथा उसकी जिला स्तरीय लैब में बैक्टीरियो लॉजिकल जांच कराई जाएगी।