लश्कर ए तैयबा के 5 आतंकियों ने कुबूला जुर्म, 2012 में नांदेड से हुए थे गिरफ्तार

लश्कर ए तैयबा के 5 आतंकियों ने कुबूला जुर्म, 2012 में नांदेड से हुए थे गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-06 17:06 GMT
लश्कर ए तैयबा के 5 आतंकियों ने कुबूला जुर्म, 2012 में नांदेड से हुए थे गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा से संबंध और हिंदू नेताओं, पत्रकारों की हत्या की साजिश के आरोप में आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) ने नांदेड के जिन पांच युवकों को पकड़ा था। उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया है। सोमवार को पांचों आरोपियों ने विशेष एनआईए अदालत में अर्जी देकर अपना अपराध स्वीकार कर लिया। ATS ने आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद किए थे। मुहम्मद मुजम्मिल, मुहम्मद सादिक, मुहम्मद इलियास, मुहम्मद इरफान और मुहम्मद अकरम ने विशेष न्यायधीश वीपी अव्हाड के सामने अर्जी दी है।

 

बचाव पक्ष के वकील ने खुदको किया केस से अलग

बचाव पक्ष के वकील शरीफ शेख के मुताबिक इस मामले में आरोपियों को ज्यादा से ज्यादा जो सजा हो सकती है, उतना वक्त वे जेल में गुजार चुके हैं। जमीयते उलेमा महाराष्ट्र की ओर से पैरवी कर रहे बचाव पक्ष के एक और वकील खान अब्दुल वहाब ने कहा कि आरोपी उनके निर्देशों के खिलाफ जा रहे थे। इसीलिए अदालत की इजाजत से उन्होंने केस से खुद को अलग कर लिया। सूत्रों के मुताबिक मुकदमा बेहद धीमी गति से चल रहा है इसीलिए आरोपियों को लगता है कि गलती स्वीकार कर लेने के बाद अगर उन्हें सजा सुना भी दी जाए, तो भी वे जेल से छूट जाएंगे, क्योंकि वे अधिकतम सजा से ज्यादा वक्त जेल में बिता चुके हैं। 

 

13 नवंबर को अगली सुनवाई

मामले की अगली सुनवाई 13 नवंबर को होगी। दरअसल ATS ने पांचों आरोपियों को साल 2012 में गिरफ्तार किया था। बाद में मामले की जांच एनआईए ने अपने हाथ में ले ली थी। अदालत ने आरोपियों के खिलाफ यूएपीए, आर्म्स एक्ट और आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत आरोप तय किए थे। जांच एजेंसी का दावा है कि आरोपी सऊदी अरब में बैठे अपने आका के इशारे पर नांदेड और हैदराबाद के कुछ हिंदू नेताओं का कत्ल करना चाहते थे जिससे माहौल खराब किया जा सके।

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