राजधानी की सड़कों पर 70 फीसदी ट्रैफिक बढ़ा, सभी रेड लाइट शुरू : स्पेशल सीपी ट्रैफिक

राजधानी की सड़कों पर 70 फीसदी ट्रैफिक बढ़ा, सभी रेड लाइट शुरू : स्पेशल सीपी ट्रैफिक

IANS News
Update: 2020-05-19 17:01 GMT
राजधानी की सड़कों पर 70 फीसदी ट्रैफिक बढ़ा, सभी रेड लाइट शुरू : स्पेशल सीपी ट्रैफिक

नई दिल्ली, 19 मई (आईएएनएस)। लॉकडाउन 4.0 में मिली छूट के चलते पहले-दूसरे दिन ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों पर वाहनों का दबाव अचानक बढ़ गया। दिल्ली के विशेष पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) ताज हसन के मुताबिक, एक अनुमान के मुताबिक 18 और 19 मई को दिल्ली की सड़कों पर 60 से 70 फीसदी तक ट्रैफिक का दबाव बढ़ा है। इससे निपटने के ट्रैफिक पुलिस ने तमाम इंतजामात भी दुरुस्त कर लिये हैं।

मंगलवार शाम ताज हसन आईएएनएस से विशेष बातचीत कर रहे थे। स्पेशल सीपी ट्रैफिक ने आगे कहा, लॉकडाउन 4.0 के पहले और दूसरे दिन दिल्ली की तकरीबन सभी मुख्य सड़कों और प्रवेश द्वारों (हरियाणा-यूपी सीमा) पर भी ट्रैफिक का दबाब अचानक बढ़ा है। जो आंकड़े इन दो दिनों में सामने आये, उनके नजरिये से फिलहाल रोजान 60 से 70 फीसदी ट्रैफिक बढ़ा है। हांलांकि यह प्रतिशत पूरे दिन का नहीं है। ट्रैफिक के दबाब का यह प्रतिशत पीक ऑवर्स का है। जिसमें सुबह करीब 8 से ग्यारह साढ़े ग्यारह बजे के बीच। जबकि शाम को 5 से 7 बजे के बीच।

बकौल विशेष पुलिस आयुक्त (यातायात) ताज हसन, लॉकडाउन 4.0 में मिलने वाली छूट/रियायतों के लेकर हम पहले से सतर्क कहिये या तैयार थे। इसीलिए जैसे ही हमें दिल्ली कुछ प्रतिबंधों के साथ वाहनों के आवागमन की बढ़ोतरी की बात पता चली, हमने कई कदम तुरंत उठा लिये। हांलांकि इन कदमों को उठाने के लिए हम पहले से तैयार थे। सोमवार और मंगलवार को ट्रैफिक के संभावित बढ़े हुए दबाब के मद्देनजर हमने करीब एक हजार मुख्य रेड लाइट जंकशन चालू कर दिये। साथ ही रेड लाइट्स के बंद और चालू होने के बीच की जिस अवधि को लॉकडाउन 3.0 तक बहुत कम कर रखा था, उन सबका जलने-बुझने का वक्त लॉकडाउन लागू होने से पहले वाला यानि सामान्य (पुराना वाला) ही कर दिया गया।

एक सवाल के जवाब में ताज हसन ने आईएएनएस से कहा, हां, वे रेड लाइट्स भी खोल दी गयीं, जो लॉकडाउन तीन के अंत तक ब्लिंक कर रही थीं। ऐसी रेडलाइट्स की अनुमानित संख्या 500 के करीब रही होगी पूरी दिल्ली में।

बातचीत के दौरान विशेष पुलिस आयुक्त ताज हसन ने इस बात से साफ इंकार किया कि, दिल्ली की सड़कों पर जाम लगना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा, सुबह शाम ट्रैफिक का दबाब जरुर है, मगर ट्रैफिक उतना नहीं है कि, जिसके कारण जाम लगना शुरू हो गया हो। जिसे मीडिया जाम बता रहा है, वो दरअसल जाम नहीं, सुबह शाम ट्रैफिक के बढ़े प्रेशर का परिणाम है। ट्रैफिक स्लो है न कि जाम लग रहा है।

आईएएनएस के एक अन्य सवाल के जबाब में ताज हसन बोले, अभी दिल्ली में एहतियातन पुलिस पिकेट्स/बैरीकेट्स लगे हैं। विशेषकर बार्डर के इलाके में। यहां सुबह शाम चैकिंग भी किया जाना जरुरी है। इसी वजह से ट्रैफिक की स्पीड कम है। जब दिल्ली में अभी हर कैटेगरी के और पूरी संख्या में आने वाले वाहनों ने प्रवेश करना शुरू ही नहीं किया है, तो फिर जाम कैसे लग जायेगा?

बकौल ताज हसन, हमारे पास मुहैया 2 से 2500 हजार ट्रैफिक पुलिस सड़क पर मौजूद रहती है। इनमें से कुछ ट्रैफिक पुलिसकर्मी कुछ विशेष पुलिस पिकेट्स पर चैंकिग के दौरान भी मौजूद रहते हैं। ताकि वक्त जरुरत पर वे सिविल पुलिस (थानों की पुलिस) के साथ मिलकर वाहनों की चैकिंग में मदद कर सकें।

इस विशेष बातचीत के दौरान ताज हसन ने माना, हां, जब लॉकडाउन 4.0 में आंशिक छूट मिली है, तो उसी अनुपात में राजधानी की सड़कों पर वाहनों की संख्या में भी इजाफा होना लाजिमी है। इसके लिए हम तैयार हैं।

करीब 55 दिन के लॉकडाउन के बाद सड़कों पर आ रहे वाहन स्वामियों को विशेष पुलिस आयुक्त ट्रैफिक ने चेतावनी देते हुए सतर्क भी किया। उन्होंने कहा कि, लोग लॉकडाउन 4.0 में यह न समझें कि वे, सड़क पर कम पुलिस देखकर कहीं भी अपना वाहन अवैध रुप से पार्क करके चले जायेंगे। अगर ऐसा कोई करता हुआ मिला तो, इसके लिए हमारे कैमरा कंट्रोल रुम तैयार हैं। जैसे ही कैमरा किसी भी वाहन को अनधिकृत रुप से पार्क हुआ पकड़ेगा, मौके पर ट्रैफिक पुलिस पहुंचकर तुरंत सख्त एक्शन लेगी।

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