विलय पर बीजेपी ने जताई खुशी तो DMK बोली - 'कॉमेडी ऑफ एरर्स'

विलय पर बीजेपी ने जताई खुशी तो DMK बोली - 'कॉमेडी ऑफ एरर्स'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-20 12:07 GMT
विलय पर बीजेपी ने जताई खुशी तो DMK बोली - 'कॉमेडी ऑफ एरर्स'

डिजिटल डेस्क,चेन्नई। तमिलनाडु में AIADMK के दोनों गुटों का विलय हो गया है। पूर्व सीएम ओ पन्नीरसेल्वम और सीएम ईके पलानीस्वामी के दोनों गुट सोमवार को एक साथ आ गए। पन्नीरसेल्वम ने सोमवार देर शाम डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। साथ ही उन्हें वित्त मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय भी सौंप दिया गया है। ई पलानीस्वामी मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे। जबकि पन्नीरसेल्वम सरकार का हिस्सा होने के साथ पार्टी के संयोजक भी होंगे, वहीं पलानीस्वामी को सह-संयोजक बनाया गया है। पूर्व मंत्री के. पांडिराजन को सरकार में तमिल आधिकारिक भाषा व तमिल संस्कृति मंत्री बनाया गया है।

इस मौके पर पन्नीरसेल्वम ने कहा कि हम एक मां की संतान हैं और वो मां अम्मा यानी जयललिता हैं। अम्मा की आत्मा और कार्यकर्ताओं की इच्छा से ये विलय संभव हो पाया है। वहीं पलानीस्वामी ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता पार्टी के चुनाव चिन्ह "दो पत्ती" को फिर लाना है। हम अम्मा के किए गए वादों को पूरा करेंगे। इससे पहले सोमवार को सीएम ई के पलानीस्वामी ने पार्टी पदाधिकारियों को मुख्यालय बुलाया था। 

यूं रहा अम्मा के बाद पार्टी का टूटने, बिखरने और जुड़ने का इतिहास

  •  29 दिसंबर को वीके शशिकला को जनरल सेक्रेटरी बनाया गया था।
  •  5 फरवरी को पन्नीरसेल्वम ने सीएम पद से इस्तीफा दिया। उसके बाद शशिकला को विधायक दल का नेता चुना गया।
  •  7 फरवरी को पन्नीरसेल्वम ने कहा था कि उनसे जबर्दस्ती इस्तीफा लिया गया गया है। गवर्नर से मिलकर दोनों ही खेमों ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
  •  14 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार दिया, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया। इसके बाद पलानीस्वामी को पार्टी प्रमुख बनाया गया। साथ ही शशिकला के विधायक बनने या अगले 10 साल सीएम बनने के आसार खत्म हो गए।
  •  16 फरवरी को गवर्नर सी. विद्यासागर राव ने 30 मंत्रियों के साथ पलानीस्वामी को सीएम पद की शपथ दिलाई।
  •  पलानीसामी के साथ मिनिस्टर जय कुमार ने 124 विधायकों के सपोर्ट का दावा किया था।

अम्मा और चिनम्मा के बीच फंसी पार्टी

  • जयललिता की मौत के बाद पन्नीरसेल्वम सीएम बने थे। उन्हें जयललिता का करीबी माना जाता था। इसके बाद पार्टी में शशिकला को सीएम बनाने की कोशिशें शुरू हुई थीं।
  •  तमिलनाडु में राजनीतिक संकट 7 फरवरी से शुरू हुआ था। शशिकला को 5 फरवरी को एआईएडीएमके विधायक दल का नेता चुना गया था। इसके बाद पन्नीरसेल्वम ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और बागी हो गए थे।
  •  7 फरवरी को पन्नीरसेल्वम ने कहा था कि उनसे जबर्दस्ती इस्तीफा लिया गया गया है। गवर्नर से मिलकर दोनों ही खेमों ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
  •  14 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शशिकला के विधायक बनने या अगले 10 साल सीएम बनने के आसार खत्म हो गए। अगर वे बरी हो जातीं तो सीएम बन सकती थीं।
  •  सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद AIADMK ने ट्वीट कर कहा, "जब कभी अम्मा पर बोझ बढ़ा, चिनम्मा ने वह बोझ हलका किया। वे आज भी वैसा ही कर रही हैं।"
  •  बेहिसाब संपत्ति मामले में शशिकला के जेल जाने के बाद पलानीसामी को विधायक दल का नेता बनाया गया।

 पलानीसामी बने सीएम

  •  16 फरवरी को गवर्नर सी. विद्यासागर राव ने पलानीसामी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।
  •  पलानीसामी ने दो महीने के भीतर राज्य के तीसरे सीएम के रूप में शपथ ली। पलानी के साथ 30 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। गवर्नर ने फ्लोर टेस्ट के लिए 15 दिन का वक्त दिया।
  •  17 फरवरी को OPS कैंप ने शशिकला और उसके दो रिश्तेदारों टी टी वी दिनकरन और एस वेंकटेश को पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा की।
  •  18 फरवरी को विधानसभा में हाईलेवल नाटक के बीच पलानीस्वामी को 122 से 11 मतों से विश्वास मत मिला।
  •  जयललिता ने जया पब्लिकेशन की पावर ऑफ अटॉर्नी शशिकला को दी थी, ताकि वे कानूनी दायरे में ना आएं।
  • दोनों ने कई कंपनियां बनाईं। उनका काम बिजनेस नहीं था। सिर्फ प्रॉपर्टी खरीदना था। ये कंपनियां जयललिता के घर से ही चल रही थीं।

 

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