लोकपाल की लड़ाई: अन्ना हजारे ने रालेगण सिद्धि में शुरू किया अनशन
लोकपाल की लड़ाई: अन्ना हजारे ने रालेगण सिद्धि में शुरू किया अनशन
- 81 साल के हो चुके हैं अन्ना हजारे
- पांच साल पहले बन चुका है कानून
- मोदी सरकार ने नहीं की लोकपाल की नियुक्ति
डिजिटल डेस्क, रालेगण सिद्धि। दिल्ली में हड़ताल कर 2011-12 में सरकार की नींदे उड़ा देने वाले अन्ना हजारे फिर अनशन पर हैं। अन्ना महाराष्ट्र के अहमद नगर जिले में स्थित अपने गांव रालेगण सिद्धि में बुधवार सुबह 10 बजे से अनशन पर बैठ गए हैं। 15 जून 1937 को जन्मे अन्ना हजारे 81 साल के हो चुके हैं। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि पांच साल पहले लोकपाल कानून बनाया जा चुका है, लेकिन अब तक एक लोकपाल की नियुक्ति नहीं की गई। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अगर चाहती तो इसमें 5 साल नहीं लगते।
अन्ना ने कहा कि मेरा अनशन किसी पार्टी या किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। देश और समाज की भलाई के लिए मैंने बार-बार आंदोलन किया है, ये आंदोलन भी उसमें ही शामिल है। इससे पहले अन्ना हजारे 2011-12 में दिल्ली के रामलीला मैदान पर अनशन कर चुके हैं। तत्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ अन्ना के आंदोलन में कई नामी चेहरे शामिल हुए थे। उस समय आंदोलन में शामिल हुए अरंविद केजरीवाल इस समय दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, किरण बेदी को पुडुचेरी का राज्यपाल नियुक्त किया जा चुका है।
#Maharashtra: Anna Hazare begins his fast for the formation of Lokpal at the Centre and Lokayuktas in the states, at Ralegan Siddhi. pic.twitter.com/mICrZoq9xt
— ANI (@ANI) January 30, 2019