दिल्ली: अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को किया शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित, 16 को होगा कार्यक्रम

दिल्ली: अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को किया शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित, 16 को होगा कार्यक्रम

Bhaskar Hindi
Update: 2020-02-14 09:55 GMT
दिल्ली: अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को किया शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित, 16 को होगा कार्यक्रम
हाईलाइट
  • 16 फरवरी को रामलीला मैदान में लेंगे शपथ
  • अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को शपथ में बुलाया
  • केजरीवाल तीसरी बार लेंगे सीएम पद की शपथ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारी जीत दर्ज कराने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल रविवार को एक फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उन्होंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है। शपथ ग्रहण समारोह रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा। केजरीवाल रविवार सुबह 10 बजे अपने कैबिनेट के साथ तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे।

पूरी दिल्ली को आमंत्रण
अरविंद केजरीवाल ने अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया है। केजरीवाल ने शपथ ग्रहण समारोह में पूरी दिल्ली को आमंत्रित किया।  केजरीवाल ने कहा, "दिल्लीवासियों, आपका बेटा तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहा है। अपने बेटे को आशीर्वाद देने जरूर आना है।"

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केजरीवाल की ऐतिहासिक जीत
बता दें कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी ने 62 सीटें जीतकर भारतीय जनता पार्टी को महज 8 सीटों पर ही समेट दिया था। पिछली विधानसभा में आम आदमी पार्टी 70 में से 67 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। बुधवार को हुई "आप" के नवनिर्वाचित विधायकों की औपचारिक बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को दल का नेता चुन लिया गया है। बैठक में मनीष सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल के नाम का प्रस्ताव दिया, जिसका सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से समर्थन किया। विधायक दल की बैठक में पूर्व की केजरीवाल सरकार के सदस्यों मनीष सिसोदिया, सतेंद्र जैन, इमरान हुसैन, कैलाश गहलोत और गोपाल राय सहित सभी विधायक मौजूद रहे।

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केजरीवाल की हिंदू छवि
आरएसएस पर 40 से अधिक किताबें लिख चुके नागपुर के संघ विचारक दिलीप देवधर ने कहा कि यह मोदी-शाह के दौर में हिंदुत्व की छतरी तले जातियों में बंटे बहुसंख्यकों को एकजुट करने की कोशिशों का ही नतीजा है कि सबको उसी हिंदू लाइन पर आकर बताना पड़ रहा है कि मैं हिंदू हूं। देश में सबने एक दौर ऐसा भी देखा है, जब राजनीतिक दलों के नेताओं में टोपियां पहनने की होड़ थीं और मंदिरों का चक्कर लगाते नेता कम दिखते थे। उन्होंने कहा, "चुनाव के दौरान मंदिर जाकर केजरीवाल ने जाने-अनजाने में ही सही, कम से कम देश को यह संदेश दे ही दिया कि वह नेता हैं, लेकिन साथ में हिंदू भी और मैं हिंदू पहचान के साथ जीने में शर्म नहीं, सम्मान समझते हैं।"

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