बीजेपी के दिग्गज नेता भोला सिंह का निधन, कार्यकर्ताओं में शोक की लहर

बीजेपी के दिग्गज नेता भोला सिंह का निधन, कार्यकर्ताओं में शोक की लहर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-19 18:08 GMT
बीजेपी के दिग्गज नेता भोला सिंह का निधन, कार्यकर्ताओं में शोक की लहर
हाईलाइट
  • बीजेपी के दिग्गज नेता भोला सिंह का शुक्रवार को निधन हो गया।
  • भोला ने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली।
  • भोला सिंह 82 साल के थे।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी के दिग्गज नेता और बेगूसराय से सांसद भोला सिंह का 82 साल की उम्र में शुक्रवार को निधन हो गया। लंबे समय से बीमार चल रहे भोला ने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन से स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें कि वह बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।

डॉ भोला सिंह का जन्म 3 जनवरी, 1939 को हुआ था। वह बीजेपी की ओर से बेगूसराय लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद थे। बीजेपी में शामिल होने से पहले वह कम्युनिस्ट पार्टी, कांग्रेस पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल समेत बिहार में लगभग हर राजनीतिक दल का हिस्सा रहे चुके हैं। भारतीय संसद के लिए चुने जाने से पहले वह बिहार के शहरी विकास मंत्री थे। वह 2000 से 2005 तक बिहार विधानसभा के उप सभापति थे। 1967 में बेगूसराय से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुने जाने से पहले वह एक कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर थे।

भोला सिंह ने 1960 के बाद ही अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की थी। भोला 1967 से अबतक आठ बार बेगूसराय विधानसभा सीट से विधानसभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हो चुके थे। 1967 में वह लेफ्ट द्वारा समर्थित इंडीपेंडेंट नेता थे। इसके बाद 1977 में सीपीआई नेताओं से मतभेदों के कारण वह कांग्रेस में शामिल हो गए और 1977 में बेगूसराय सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में शानदार जीत हासिल की। भोला सिंह ने पीएम चंद्रशेखर के दौर में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी काम किया है। उस वक्त वह गृह राज्य मंत्री के रूप में चुने गए थे।

इसके बाद 1995 में वह लालू की पार्टी, जनता दल में शामिल हो गए थे। भोला को जब लगा कि उनके राजनीतिक जीवन में गिरावट आई है, तो वह बीजेपी में शामिल हो गए और उनके राजनीतिक करियर को फिर से पुनर्जीविन मिल गया। 2003 से 2005 तक वह बिहार विधानसभा के डिप्टी स्पीकर भी रहे। 2008 में बिहार में एक बार फिर NDA सरकार आने के बाद उन्हें राज्य शहरी विकास मंत्री बनाया गया। इसके अलावा वह केवल नवादा से एक बार 2009 में लोकसभा चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी। वहीं 2014 में उन्होंने बेगुसराय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और एक बार फिर जीत हासिल की और सांसद बने।

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