गुजरात में 20 फीसदी दलित होते तो 'घर-घर मोदी' वाले 'बेघर' हो जाते : मायावती

गुजरात में 20 फीसदी दलित होते तो 'घर-घर मोदी' वाले 'बेघर' हो जाते : मायावती

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-15 15:21 GMT
गुजरात में 20 फीसदी दलित होते तो 'घर-घर मोदी' वाले 'बेघर' हो जाते : मायावती

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को अपने 62वें जन्मदिन पर बीजेपी को जमकर निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि गुजरात में अगर 20 फीसदी दलित होते तो वहां बीजेपी सरकार गिर जाती। ऊना कांड ही मोदी को बेघर कर देता। मायावती ने कहा, "हर-हर मोदी, घर-घर मोदी वाले नरेंद्र मोदी जी इस बार बाल-बाल बच गए। गुजरात में वे लगभग बाहर ही हो गए थे। अगर वहां दलित वोटर थोड़े भी ज्यादा होते तो बीजेपी सरकार गिर जाती।"

जन्मदिन के मौके पर मायावती ने EVM से छेड़छाड़ का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में ईवीएम में गड़बड़ी के चलते बीजेपी को जीत हासिल हुई है। अगर आज बैलेट पेपर से चुनाव हो तो सच सामने आ जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए।" उन्होंने कहा, "समझ नहीं आता कि बीजेपी वाले बैलेट पेपर से चुनाव कराने में घबराते क्यों हैं?"

मायावती ने कार्यक्रम में अपने जीवन पर आधारित किताब के 13वें संस्करण "मेरे संघर्षमय जीवन और बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा" का विमोचन भी किया। इस किताब को "ब्लू बुक" नाम दिया गया है। किताब के विमोचन के बाद अपने सम्बोधन में उन्होंने बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "बीजेपी और कांग्रेस ने हर वर्ग को नुकसान पहुंचाने का काम किया है। देशभर में सांप्रदायिक और जातिवाद का माहौल बना हुआ है और इसके लिए ये दोनों पार्टियां जिम्मेदार है। कांग्रेस और बीजेपी चोर-चोर मौसरे भाई हैं।"

मायावती ने यह भी कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलित विरोधी पार्टी है। ये पार्टियां अंबेडकरवादी पार्टी बसपा को आगे बढ़ते हुए देखना नहीं चाहती। लम्बे समय तक कांग्रेस ने हमें तबाह करने की कोशिश की और अब बीजेपी इस काम को कर रही है। कार्यक्रम में मायावती ने राज्यसभा में उन्हें न बोलने देने वाला मुद्दा भी उठाया। उन्होंने  हीं दिया गया, जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दिया। इ

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