मुज्जफरपुर शेल्टर होम कांड: CBI ने शमशान से बरामद किए पांच कंकाल

मुज्जफरपुर शेल्टर होम कांड: CBI ने शमशान से बरामद किए पांच कंकाल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-03 13:39 GMT
मुज्जफरपुर शेल्टर होम कांड: CBI ने शमशान से बरामद किए पांच कंकाल
हाईलाइट
  • CBI ने बुधवार को सिकंदरपुर स्थित शमशान घाट में किए गए खुदाई में पांच कंकाल बरामद किए हैं।
  • इस बहुचर्चित केस की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक और खुलासा किया है।
  • बिहार के मुज्जफरपुर में घटे शेल्टर होम कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।

डिजिटल डेस्क, मुज्जफरपुर। बिहार के मुज्जफरपुर शेल्टर होम कांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस बहुचर्चित केस की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक और खुलासा किया है। CBI ने बुधवार को सिकंदरपुर स्थित शमशान घाट में की गई खुदाई में पांच कंकाल बरामद किए हैं। CBI शेल्टर होम केस में गायब हुई बच्चियों के शव की तलाश में वहां पहुंची थी। सूत्रों के अनुसार CBI यह खुदाई मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के ड्राइवर के कहने पर करवा रही है। इस दौरान वहां के जिला मजिस्ट्रेट भी CBI के साथ मौजूद थे।

इससे पहले शेल्टर होम की लड़कियों ने CBI को बताया था कि शेल्टर होम में कई बड़े-बड़े लोग आते थे और लड़कियों के साथ जबरदस्ती करते थे। जब वे विरोध करती थीं तो उन्हें मारा-पीटा और धमकाया जाता था। एक नाबालिग लड़की ने विरोध किया तो उसे इतना पीटा गया कि वह मर गई। उन्होंने बताया कि लड़की की हत्या कर उसके शव को शेल्टर होम परिसर में ही दफना दिया गया। हालांकि पुलिस ने परिसर में खुदाई भी की थी, लेकिन उन्हें कोई शव नहीं मिला था।

इस बहुर्चचित केस में कई मंत्रियों का नाम भी आया था। CBI जांच के दौरान कई बड़े नेता और राजनेताओं के नाम इस मामले से जुड़े हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा और पूर्व समाज कल्याण विभाग मंत्री दामोदर रावत और उनके बेटे जेडीयू के पूर्व महासाचिव राजीव रावत का नाम सामने आया था। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष अभय कुशवाहा ने राजीव रावत के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पार्टी से बाहर कर दिया है।

क्या है मुज्जफरपुर शेल्टर होम केस
बता दें कि मुज्जफरपुर शेल्टर होम में 34 बच्चियों के साथ रेप का चौंकाने वाला मामला सामने आया था। यौन शोषण का विरोध करने पर एक बच्ची को मारकर वहीं दफनाया भी गया था। मामले में खुलासा होने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस बालिका गृह की गहन जांच शुरू कर दी गई थी। इस मामले की पड़ताल करते हुए CBI ने बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पटना और बेगूसराय स्थित ठिकानों पर छापा मारा था। इसके साथ ही सभी बच्चियों को दूसरे शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया गया था।

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