CM नायडू बोले "अन्याय हुआ है, इस्तीफा नहीं अविश्वास प्रस्ताव आखिरी रास्ता"

CM नायडू बोले "अन्याय हुआ है, इस्तीफा नहीं अविश्वास प्रस्ताव आखिरी रास्ता"

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-20 05:35 GMT
CM नायडू बोले "अन्याय हुआ है, इस्तीफा नहीं अविश्वास प्रस्ताव आखिरी रास्ता"

डिजिटल डेस्क, अमरावती। आंध्र प्रदेश को दिए गए बजट से नाराज तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और बीजेपी के बीच का तनाव बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को एक कार्यक्रम में नायडू ने साफ कहा कि केंद्र ने आंध्र प्रदेश के साथ अन्याय किया है। जब मैं न्याय मांग रहा हूं तो बीजेपी और YSRCP दोनों मिलकर मुझे ही दोषी ठहरा रहे हैं। पहले कांग्रेस ने आंध्र के साथ अन्याय किया था और अब बीजेपी भी वैसा ही कर रही है। बता दें कि हाल ही में तेलुगू देशम पार्टी के सांसद जयदेव गल्ला ने कहा था कि जितना केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार को दिया है, उससे कही ज्यादा तो फिल्म बाहुबली का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन है। उन्होंने कहा कि अगर वादे पूरे नहीं किए गए तो अगले चुनाव में भाजपा को कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। इससे अन्य सहयोगी दलों में भी गलत संदेश जाएगा। सरकार के गठबंधन सहयोगी ऐसी बातों से ठगा महसूस करते हैं।


अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए तैयार

 

मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को कहा कि वह मोदी सरकार के खिलाफ अन्य पार्टियों के समर्थन में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए तैयार हैं, ताकि दक्षिणी राज्य को इंसाफ मिल सके। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम अंतिम उपाय होगा। इससे पहले नायडू ने विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस और जन सेना द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाने पर विचार करने की मांग को खारिज कर दिया था। टीडीपी के सूत्रों के अनुसार नायडू राज्य को सुरक्षित करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए जल्द ही सर्वपक्षीय बैठक बुलाने की योजना बना रहे हैं।

 

 

नायडू बोले जारी रखेंगे लड़ाई

 

नायडू ने कहा कि हम आंध्र प्रदेश के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। अविश्वास प्रस्ताव हमारे पास आखिरी उपाय होगा। नायडू ने कहा कि अगर मोदी सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो हम अन्य पार्टी के साथ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। बता दें कि भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में टीडीपी दक्षिण भारत का एक प्रमुख घटक है। सीएम नायडू ने कहा कि राज्य के हितों की रक्षा करना हमारे लिए सबसे पहला काम है। केंद्र सरकार ने पिछले चार सालों में प्रदेश के लिए कुछ भी नहीं किया है। इस तरह की अन्याय किया जाता है तो मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा, केंद्र या तो हमे विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करे या फिर विशेष आर्थिक पैकेज मुहैया कराए।

 

बाहुबली के टोटल कलेक्शन से भी कम है आंध्र प्रदेश का फंड: जयदेव गल्ला

 

वायएसआर कांग्रेस ने कहा हमारा सहयोग करें

 

वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी वायएसआर कांग्रेस और जन सेना चाहते थे कि टीडीपी भाजपा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव जारी करने की मांग में उनका सहयोग करे। हालांकि उनकी मांग को खारिज करते हुए नायडू ने कहा था कि मोदी सरकार को हम पूरा सहयोग करते हैं, लेकिन केंद्र सरकार हमारी ओर ध्यान दे। वाईएसआर के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी ने घोषणा की है कि अगर टीडीपी ऐसा नहीं करती तो उनकी पार्टी अविश्वास प्रस्ताव को आगे बढ़ाएगी।

 

बता दें कि संसद में भी पार्टी सांसदों ने प्रदेश के लिए कम फंड को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। पार्टी का कहना था कि केंद्रीय आवंटन में पोलवरम प्रोजेक्‍ट को नजरअंदाज किया गया था। केंद्र और राज्य में भाजपा-टीडीपी एक साथ हैं। लोकसभा में टीडीपी के 16 सांसद हैं।

 

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