जब सरकार न सुने तो आंदोलन जायज : शिवराज
जब सरकार न सुने तो आंदोलन जायज : शिवराज
दैनिक भास्कर न्यूज डेस्क, भोपाल. मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि किसानों के आंदोलन के बाद कुछ मुख्य कड़े कदम उठाए हैं. सरकार ने ये कड़े कदम किसानों के पक्ष में लिए हैं. उन्होंने कहा, "आंदोलन तब जायज है जब सरकार न सुने. जब मुख्यमंत्री कह रहा है कि आइए चर्चा करेंगे, चर्चा करके समाधान निकालेंगे.
बता दें कि किसानों पर केस खत्म करने, जमीन मामले में किसान विरोधी प्रावधानों को हटाने, फसल बीमा को ऑप्शनल बनाने, मंडी में किसानों को 50% कैश पेमेंट और 50% आरटीजीएस से देने का एलान किया था. साथ ही यह भी कहा था कि सरकार किसानों से इस साल 8 रु. किलो प्याज और गर्मी में समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदेगी. खरीदी 30 जून तक चलेगी.
सरकार ने यह भी एलान किया था कि एक आयोग बनेगा जो फसलों की लागत तय करेगा. उस पर किसानों को फायदा होने लायक कीमत मिले, यह सरकार सुनिश्चित कराएगी. बता दें कि मप्र के किसानों की मांग है कि उन्हें कर्ज माफी दी जाए, फसलों पर मिनिमम सपोर्ट प्राइस मिले, जमीन के बदले मुआवजे पर कोर्ट जाने का हक मिले और दूध के रेट बढ़ाए जाएं.
गौरतलब हो कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दूसरे दिन रविवार को अपना उपवास खत्म कर दिया. एमपी के पूर्व सीएम कैलाश जोशी ने उन्हें अपने हाथों से जूस पिलाकर ये उपवास समाप्त करवाया है. सीएम शिवराज शनिवार से उपवास पर थे.