कांग्रेस हमारे राजस्थान के विधायकों को लुभाने की कोशिश रही : आरएलपी
कांग्रेस हमारे राजस्थान के विधायकों को लुभाने की कोशिश रही : आरएलपी
जयपुर, 15 जून (आईएएनएस)। एक ओर जहां कांग्रेस ने राजस्थान में 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले एक निजी रिसॉर्ट में अपने विधायकों को रखा है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी भाजपा की सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने सत्तारूढ़ दल पर आरोप लगाया है कि वह उसके विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रही है।
नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल के नेतृत्व वाले आरएलपी के विधानसभा में तीन विधायक हैं, जिसमें बेनीवाल के भाई भी शामिल हैं। पार्टी ने पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भाजपा के साथ गठबंधन किया था।
मीडिया से बात करते हुए आरएलपी के प्रदेश अध्यक्ष पुखराज गर्ग ने कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने पार्टी विधायकों को लुभावने वादों से लुभाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने उन्हें मना कर दिया था।
उन्होंने आगे कहा, (मुख्यमंत्री अशोक) गहलोत की यह गलतफहमी है कि वे कांग्रेस में किसी भी पार्टी का विलय करा सकते हैं, जैसा कि बसपा के विधायकों के साथ किया गया था। हालांकि, जमीनी तौर पर काम करने के बाद आरएलपी का गठन हुआ है और हम कांग्रेस के जाल में नहीं पड़ेंगे।
राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी के सभी छह विधायक कुछ महीने पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
पार्टी के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि उनके फोन टैप किए जा रहे हैं जो कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
बेनीवाल ने रविवार को भाजपा नेताओं के साथ राज्यसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए एक बैठक के बाद मीडिया को बताया, ऐसी अफवाहें थीं कि हमारे विधायक कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे। जबकि सच यह है कि मुख्यमंत्री ने एक नाटक रचा था, जिसके तहत उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा खरीद-फरोख्त में लिप्त है। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को एक खलनायक के रूप में पेश करने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री ने नाटक रचा और उसका निर्देशन भी किया गया।
यह बैठक नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के आवास पर हुई।