कांग्रेस करेगी ट्रिपल तलाक बिल का समर्थन, रखी ये शर्त

कांग्रेस करेगी ट्रिपल तलाक बिल का समर्थन, रखी ये शर्त

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-22 16:04 GMT
कांग्रेस करेगी ट्रिपल तलाक बिल का समर्थन, रखी ये शर्त
हाईलाइट
  • कांग्रेस ने गेंद केंद्र सरकार के पाले में डाल दी है।
  • कांग्रेस ने शर्तों के साथ ट्रिपल तलाक बिल का किया समर्थन।
  • महिला के लिए गुजारा भत्ता का प्रावधान करने पर ही कांग्रेस इस विधेयक का समर्थन करेगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तीन तलाक के मुद्दे पर कांग्रेस केंद्र सरकार को समर्थन देने को तैयार हो गई है, लेकिन इसके लिए उसने एक शर्त रखी है। ये शर्त है गुजारा भत्ते की। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा कि अगर सरकार तीन तलाक विरोधी विधेयक में महिला के लिए गुजारा भत्ते का प्रावधान करती है तो कांग्रेस इस विधेयक का समर्थन जरूर करेगी। ऐसे में अब कांग्रेस ने गेंद केंद्र सरकार के पाले में डाल दी है।

विधेयक का मौजूदा स्वरूप नुकसान पहुंचाने वाला
सुष्मिता देव ने कहा, "हम तीन तलाक विरोधी विधेयक के खिलाफ में कभी नहीं थे, लेकिन विधेयक का मौजूदा स्वरूप मुस्लिम महिलाओं को नुकसान पहुंचाने वाला है। इसमें पीड़ित महिला के लिए गुजारा भत्ता का प्रावधान होना चाहिए।" उन्होंने कहा, "महिला के गुजारा भत्ता के लिए मैंने लोकसभा में संशोधन पेश किया था लेकिन वह पारित नहीं हो सका। अगर यह संशोधन स्वीकार कर लिया जाता है तो हम इस विधेयक का बिल्कुल समर्थन करेंगे।" सुष्मिता देव ने सरकार पर सौदेबाजी करने के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि "सरकार की ओर से सौदेबाजी की जा रही है। क्या उन्होंने अपने घोषणापत्र में कहा था कि महिला आरक्षण विधेयक के साथ तीन तलाक विधेयक को पारित करेंगे?

राहुल गांधी ने लिखा था पत्र
इससे पहले कांग्रेस प्रेसिडेंट राहुल गांधी ने 16 जुलाई को पीएम मोदी को पत्र लिखकर महिला आरक्षण विधेयक पर अपना समर्थन दिया था। उन्होंने कहा था कि सरकार संसद के मानसून सत्र में इस विधेयक को पारित कराए। इस पत्र का जवाब में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी एक पत्र लिखा। इसमें उन्होंने कांग्रेस से तीन तलाक व निकाह हलाला संबंधी विधेयकों को पारित कराने में सहयोग की मांग की थी। बता दें कि तीन तलाक से संबंधित विधेयक लोकसभा में तो पारित हो चुका है लेकिन राज्यसभा में लंबित है।

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