कमलेश तिवारी मर्डर मामले में 3 आरोपी ट्रांजिट रिमांड पर, सीएम योगी से मिले परिजन

कमलेश तिवारी मर्डर मामले में 3 आरोपी ट्रांजिट रिमांड पर, सीएम योगी से मिले परिजन

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-20 16:23 GMT
कमलेश तिवारी मर्डर मामले में 3 आरोपी ट्रांजिट रिमांड पर, सीएम योगी से मिले परिजन

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में सूरत से गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों को कोर्ट ने 72 घंटों की ट्रांजिट रिमांड मंजूर कर ली है। उधर, हत्या के दो दिन बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को मृतक के परिवार से मुलाकात की। सीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि दोषी व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएगा।

तिवारी की मां, उनकी पत्नी और तीन बेटों ने मुख्यमंत्री के साथ करीब 30 मिनट बिताए और हत्यारों को मृत्युदंड देने की मांग की। आदित्यनाथ ने बैठक के दौरान परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया और कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।

मुख्यमंत्री से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, कमलेश की पत्नी किरण ने कहा, "योगी आदित्यनाथ ने मामले में हर संभव कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हम उससे मिलने के बाद संतुष्ट महसूस करते हैं। हमारी मांग है कि हत्यारों को मृत्युदंड दिया जाना चाहिए।"

तिवारी की मां कुसुमा ने कहा, "मैंने मुख्यमंत्री से कहा कि मुझे अपने बेटे के लिए न्याय चाहिए और हत्यारों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।"

तिवारी के अंतिम संस्कार से पहले परिजनों की मांग थी कि वह मुख्यमंत्री से मुलाकात करना चाहते हैं। परिजनों की मांग पर उन्हें आश्वासन दिया गया था कि मुख्यमंत्री उनसे 20 तारीख को मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के अलावा परिजनों की मांगों में एनआईए द्वारा हत्या की जांच, कमलेश तिवारी के बड़े बेटे सत्यम को सरकारी नौकरी, लखनऊ में आवास, सुरक्षा मुहैया कराए जाना थी।

तिवारी अयोध्या टाइटल सूट मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपीलकर्ताओं में से एक थे। तिवारी की लखनऊ में उनके घर के अंदर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शनिवार को सूरत से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अहमदाबाद की कोर्ट ने इन तीनों आरोपियों की 72 घंटों की ट्रांजिट रिमांड मंजूर की है।

मौलाना मोहसिन शेख (24), राशिद अहमद पठान (22) और फैजान शेख (21) को उत्तर प्रदेश पुलिस, गुजरात एटीएस और क्राइम ब्रांच, सूरत ने एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया था। उप्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ़पी़ सिंह ने कहा था कि घटनास्थल से जांच के दौरान मिले मिठाई के डिब्बे से अहम सुराग मिले और गुजरात पुलिस की मदद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि कमलेश तिवारी की हत्या साल 2015 में दिए गए विवादित बयान के कारण की गई है।

गौरतलब है कि लखनऊ में शुक्रवार को कमलेश तिवारी की उनके घर में ही गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। हत्यारे भगवा कुर्ता पहने थे और मिठाई के डिब्बे में तमंचा व चाकू लेकर आए थे। हमले से चंद मिनट पहले पान मसाला लेने गया उनका बेटा जब लौटा तो कमलेश खून से लथपथ मिले। पड़ोसियों की मदद से कमलेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

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