निपाह वायरस का कहर, दो और की मौत, रोकथाम के लिए ऑस्ट्रेलिया से मंगाई दवाइयां

निपाह वायरस का कहर, दो और की मौत, रोकथाम के लिए ऑस्ट्रेलिया से मंगाई दवाइयां

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-01 05:05 GMT
निपाह वायरस का कहर, दो और की मौत, रोकथाम के लिए ऑस्ट्रेलिया से मंगाई दवाइयां

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल में जानलेवा निपाह वायरस से बुधवार को दो और लोगों की मौत होने मामला सामने आया है, जिसके बाद राज्य में संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गयी है। बताया जा रहा है कि कोझिकोड डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेशे से वकील 55 साल के पी. मधुसूदन और 28 वर्षीय अखिल निपाह वायरस की चपेट में आ गए। इन दोनों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पातल में भर्ती कराया गया था, लेकिन दोनों को बचाया नहीं जा सका।  इससे पहले राज्य के कोझिकोड और मल्लापुरम जिले में निपाह वायरस की वजह से पांच मई तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल में निपाह की चपेट में आये 11 अन्य मरीजों को गहन निरीक्षण में रखा गया हैं। मिली जानकारी के मुताबिक केरल के करासेरी के अखिल में 28, पलाझी के मधुसूदनन और नदुवन्नूर के रासिन में 25 को तेज बुखार की शिकायत के बाद अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, इनके खून की जांच में निपाह वायरस से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई थी। 

 

 

लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी 

राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 1353 लोगों के स्वास्थ्य की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार निपाह के प्रभावी इलाज के लिए ह्यूमन मोनोक्लोरिन के दो दिनों में आने की संभावना हैं। जिसके लिए जरुरी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। निपाह के इलाज के लिए प्रभावी दवाइयों को ऑस्ट्रेलिया से मंगाया जा रहा है।

 

 

"निपाह" एक खतरनाक बीमारी 

निपाह वायरस एक पशुजन्य बीमारी है, लेकिन यह बीमारी मनुष्य और पशुओं दोनों के लिए एक खतरनाक  है। ऐसी आशंका है कि यह पेराम्बरा के एक कुएं से फैला है। इस कुएं का लंबे समय से इस्तेमाल नहीं किया गया था। बताया जा रहा है कि इस कुएं में चमगादड़ों का बसेरा है और जिसकी वजह से कुएं का पानी दूषित हो गया। ऐसा माना जाता है कि इस वायरस का प्राकृतिक वास फल खाने वाले चमगादड़ की प्रजाति प्रेटोपस जीनस में है।

 

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