इंडियन नेवी में शामिल हुआ INS किलतान, समुद्री सीमा की करेगा रखवाली

इंडियन नेवी में शामिल हुआ INS किलतान, समुद्री सीमा की करेगा रखवाली

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-16 16:51 GMT
इंडियन नेवी में शामिल हुआ INS किलतान, समुद्री सीमा की करेगा रखवाली

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुश्मन की पनडुब्बियों को बरबाद करने वाला नेवी का नया युद्धपोत INS किलतान सोमवार को इंडियन नेवी मे शामिल कर लिया गया है। विशाखापत्तनम में रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे देश को समर्पित किया। पूरी तरह से देश में बना यह विध्वंसक पोत पानी के अंदर दुश्मन के किसी भी हमले को नाकाम करने मे सक्षम है। यह युद्धपोत पानी के अंदर पनडुब्बियों को मार गिराने की क्षमता रखता है। INS किलतान का निर्माण कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने किया है। यह युद्धपोत शिवालिक क्लास, कोलकाता क्लास और INS कदमात के बाद सबसे खतरनाक युद्धपोत है।

चार इंजन वाला है यह युद्धपोत 
नेवी के नेवल डिज़ाइन निदेशालय के डिज़ाइन पर कोलकाता के गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स ने इस युद्धपोत को बनाया है। 3500 टन वजनी यह युद्धपोत 109 मीटर लंबा है। इसमें चार डीज़ल इंजन लगे हैं, जो करीब 45 किलोमीटर रफ्तार से इसे खींचने में सक्षम हैं। इसमें आधुनिक हथियार व सेंसर लगे हैं। मध्यम दूरी के रॉकेट लांचर लगे हैं। इस पर हेलिकॉप्टर की लैंडिंग की भी सुविधा है। नेवी का यह युद्धपोत रासायनिक, जैविक और परमाणु हमले की स्थिति में भी अपने आपको सुरक्षित रखते हुए दुश्मन को माकूल जवाब देने में सक्षम है।

मेक इन इंडिया के तहत हुआ निर्माण
‘मेक इन इंडिया’ प्रोजेक्ट के तहत इस युद्धपोत का निर्माण किया गया है। यह युद्धपोत शिवालिक क्लास, कोलकाता क्लास, INS कामोरता और INS कदमात के बाद सबसे खतरनाक युद्धपोत है। मालूम हो कि INS किलतान देश का ऐसा पहला युद्धपोत है, जिसके निर्माण में कार्बन फाइबर का प्रयोग किया गया है। ऐसा करने से जहाज का भार तो कम हो जाता है। साथ ही साथ युद्धपोत का रखरखाव करना भी काफी आसान हो जाता है। नेवी में इस युद्धपोत के शामिल होने के बाद समुद्री सीमा में भारत का दावा मजबूत हुआ है। इंडियन नौ सेना काफी समय से ऐसे युद्धपोत की प्रतीक्षा में थी। 

प्रतिरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता जरूरी
इस अवसर पर इंडियन नेवी प्रमुख सुनील लांबा, फ्लैग आफीसर कमांडिंग इन चीफ आफ ईस्टर्न नेवल कमांड एचएस बिष्ट और नेवी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी विशाखापटनम में आयोजित इस कार्यक्रम मौजूद थे। इस अवसर पर संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि इस युद्धपोत के नेवी में शामिल होने से हमारी सैन्य शक्ति बढ़ेगी। उन्होंने कहा इस युद्धपोत का निर्माण मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत किया गया है। उन्होंने इस बात पर हर्ष जताया कि हम प्रतिरक्षा के क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर हो रहे हैं। अन्य देशों पर निर्भरता घटने से न केवल हमारी विदेशी मुद्रा बचेगी, बल्कि हम अपनी जरूरत के आयुध समयानुसार स्वयं निर्मित कर पाएंगे। 
 

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