अटारी रेल यार्ड पहुंची ‘खूनी’ ट्रेन, इंजन और डिब्बों में अभी भी फंसे हैं इंसानी टुकड़े

अटारी रेल यार्ड पहुंची ‘खूनी’ ट्रेन, इंजन और डिब्बों में अभी भी फंसे हैं इंसानी टुकड़े

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-21 13:06 GMT
अटारी रेल यार्ड पहुंची ‘खूनी’ ट्रेन, इंजन और डिब्बों में अभी भी फंसे हैं इंसानी टुकड़े
हाईलाइट
  • अमृतसर में दशहरा के दिन हुए भीषण रेल हादसे में कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी।
  • रेलवे ने शनिवार को रावण बने डीएमयू ट्रेन को सुरक्षित अटारी स्थित रेलवे यार्ड पहुंचा दिया।
  • शु्क्रवार को हुए इस हादसे और उस डीएमयू ट्रेन को शायद ही कोई भुला पाए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमृतसर में दशहरा के दिन हुए भीषण रेल हादसे में कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी। वहीं कई लोग घायल भी हुए। शु्क्रवार को हुए इस हादसे और उस डीएमयू ट्रेन को शायद ही कोई भुला पाए। हालांकि रेलवे ने शनिवार को रावण बने 74943 नाकोदर-जालंधर सिटी डीएमयू ट्रेन को सुरक्षित अटारी स्थित रेलवे यार्ड पहुंचा दिया है। रेलवे ने यह इंतजाम लोगों के गुस्से को देखकर किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस ट्रेन के डिब्बों में अभी भी मानव शरीर के कुछ अंग फंसे हुए हैं। खुनी ट्रेनों के लिए आजादी के वक्त से अटारी कुख्यात है और अब रेलवे ने एक बार फिर अटारी के जख्मों को ताजा कर दिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक जिस जगह पर ट्रेन को खड़ा किया गया है, वह ट्रैक पहले भारत और पाकिस्तान को जोड़ता था। इतिहास की जानकारी रखने वालों के अनुसार भारत-पाक विभाजन (1947) के दौरान इसी जगह पर काफी खून खराबा हुआ था। हालांकि ट्रैक के जर जर हालत के कारण काफी पहले इस ट्रैक को बंद कर दिया गया था, लेकिन 71 साल बाद इस खूनी ट्रैक पर खूनी ट्रेन को खड़ी कर उन यादों को ताजा कर दिया।

रिपोर्ट के अनुसार काफी वक्त से बंद पड़े इस ट्रैक की साफ-सफाई नहीं की गई थी, लेकिन शनिवार को दोपहर से कुछ लोग इस ट्रैक को साफ करने में जुट गए थे। इसके बाद वहां CRPF के कुछ जवान भी तैनात किए गए थे। इसके कुछ देर बाद ही खूनी ट्रेन वहां पहुंची। इस ट्रेन की इंजन अभी भी खून के छीटों से लाल है और डिब्बों में भी खून के धब्बे लगे हुए हैं। इस ट्रेन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में सफाई चल रही है।

बता दें कि शुक्रवार को पंजाब के अमृतसर में रावण दहन के दौरान बड़ा रेल हादसा हो गया था। यहां चौरा बाजार के पास जौड़ा फाटक पर ट्रेन की चपेट में आने से 59 लोगों की मौत हो गई थी। अब तक 57 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। सभी लोग दशहरा देखने पहुंचे थे। हादसे के वक्त घटनास्थल पर सैकड़ों लोग मौजूद थे। भीड़ ज्यादा होने के कारण कई लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हो गए, तभी अचानक ट्रेन आ गई और लोग उसकी चपेट में आ गए। हादसा ट्रेन 74943 नाकोदर-जालंधर सिटी डीएमयू से हुआ, जो जालंधर से अमृतसर की तरफ आ रही थी। 


 

Similar News