ट्रंप के बयान पर संसद में हंगामा, विदेश मंत्री बोले- PM ने मध्यस्थता के लिए नहीं कहा

ट्रंप के बयान पर संसद में हंगामा, विदेश मंत्री बोले- PM ने मध्यस्थता के लिए नहीं कहा

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-23 09:05 GMT
ट्रंप के बयान पर संसद में हंगामा, विदेश मंत्री बोले- PM ने मध्यस्थता के लिए नहीं कहा
हाईलाइट
  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कश्मीर पर मध्यस्थता वाले बयान को लेकर संसद में हंगामा
  • विदेश मंत्री ने कहा
  • पीएम मोदी ने ट्रंप से मध्यस्थता की कोई अपील नहीं की है
  • हंगामे के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा और लोकसभा में दिया बयान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कश्मीर पर मध्यस्थता को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर मंगलवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारी हंगामे के बीच ही दोनों सदनों में अपना बयान दिया। दरअसल ट्रंप ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के साथ मुलाकात के दौरान कहा था, पीएम मोदी ने उनसे कश्मीर मामले पर मध्यस्थता करने का आग्रह किया था। ट्रंप के इस दावे पर खारिज करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, भारत ने कभी ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है। भारत और पाकिस्तान के बीच तीसरा पक्ष नहीं आ सकता। 

विदेश मंत्री जयशंकर ने राज्यसभा में कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मध्यस्थता की कोई अपील नहीं की है। भारत का रुख हमेशा से साफ रहा है कि कश्मीर मुद्दे पर सिर्फ द्विपक्षीय बातचीत हो सकती है और किसी तीसरे का दखल नहीं हो सकता। पाकिस्तान के साथ वार्ता आतंकवाद के खात्मे के बाद ही मुमकिन है। विदेश मंत्री ने लोकसभा में भी राज्यसभा में दिया अपना बयान दोहराया और कहा, कश्मीर के मामले में पाकिस्तान से सिर्फ द्विपक्षीय वार्ता हो सकती है और वह भी सीमा पार की आतंकी गतिविधियों पर रोक लगने के बाद ही मुमकिन है। उन्होंने कहा, शिमला समझौता और लाहौर की घोषणा भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दों को हल करने के लिए द्विपक्षीय आधार प्रदान करते हैं।

राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदमों में कश्मीर पर ट्रंप की ओर से दिए गए बयान पर जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षियों ने जमकर नारेबाजी भी की। राज्यसभा में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार से जवाब की मांग की। जिसके बाद विदेश मंत्री ने बयान दिया। राज्यसभा में मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, विदेश मंत्री इस विषय पर जवाब दे चुके हैं और विरोध करने वालों को देश की जनता और प्रधानमंत्री पर विश्वास नहीं है। 

लोकसभा में ट्रंप के बयान का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने कहा, भारत की सरकार ने अमेरिका के सामने सिर झुका दिया है, उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से सदन में आकर जवाब देने की मांग की। वहीं कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने लोकसभा में कहा, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की मौजूदगी में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए कहा था। यह भारतीय एकता के लिए बड़ा झटका है। नरेंद्र मोदी की ट्रंप से कश्मीर के बारे में बातचीत हुई थी या नहीं हुई थी। प्रधानमंत्री को सदन में आकर इस पर बयान देना चाहिए। 

टीएमसी सांसद सौगत राय ने कहा, कश्मीर हमारा अभिन्न अंग है और ट्रंप से मध्यस्थता के लिए कहना भारत की संप्रभुता को चोट है। इस मुद्दे पर विदेश मंत्री जयशंकर से नहीं खुद प्रधानमंत्री से जवाब चाहिए।
 

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