बारामूला में आतंकियों से एनकाउंटर, 1 आतंकी को सुरक्षाबलों ने घेरा

बारामूला में आतंकियों से एनकाउंटर, 1 आतंकी को सुरक्षाबलों ने घेरा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-16 03:55 GMT
बारामूला में आतंकियों से एनकाउंटर, 1 आतंकी को सुरक्षाबलों ने घेरा

डिजिटल डेस्क, कश्मीर। आतंकियों ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया है। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक कैंप पर गुरुवार देर शाम आतंकियों ने फायरिंग की। जवाब में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की, लेकिन आतंकी बचकर निकलने में कामयाब हो गए। सुरक्षाबल अब इलाके में तलाशी अभियान चला रहा है। घटनास्थल के आसपास के इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है। वहीं पुंछ में पाकिस्तानी सेना ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए फायरिंग की। पुंछ जिले की कृष्णा घाटी में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान ने सीजफायर तोड़ा है, जिसका भारत मुंहतोड़ जवाब दे रहा है।

 

 

 

सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी अभियान शुरू

 

घाटी में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी जारी है। दो आतंकियों के छिपे होने की खबर पर सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है। बारामुला जिले के पट्टन इलाके में यह मुठभेड़ हो रही है। बता दें कि सुरक्षाबलों ने जिस आतंकी को घेरा है, उसका नाम मोहम्मद युसुफ है। घाटी में मोबाइल सेवा भी बाधित कर दी गई है। इसके अलावा श्रीनगर से बारामुला आने वाली ट्रेन सेवा भी रोक दी गई है। हालांकि पुलिस के कश्मीर रेंज के आईजीपी एसपी पाणि ने बताया कि किसी प्रकार का कोई हमला नहीं हुआ है। संतरी ने कोई संदिग्ध हरकत देखते हुए कुछ राउंड फायर किए। इसके बाद इलाके में सुरक्षाबलों द्वारा तलाशी अभियान शुरू किया गया है।

 

 

आतंकी लगातार कर रहे फायरिंग

 

जानकारी के अनुसार, पंजगाम अवंतीपोरा में स्थित सीआरपीएफ के 185 बटालियन के कैंप पर दो से तीन आतंकियों ने वीरवार शाम करीब 8:05 बजे फायरिंग की। घटना के बाद सेना की 55 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ की 130 और 185 बटालियन के साथ-साथ पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप द्वारा इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया गया। पुलिस, सीआरपीएफ और सेना मिलकर इस ज्वाइंट ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं. आतंकी सुरक्षाबलों पर लगातार फायरिंग कर रहे हैं।

 

 

 

 

अब तक 26 जवान शहीद

 

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले पांच दिनों में चार आतंकी हमले हुए हैं। जिनमें देश के 14 जवान शहीद हो गए। इस साल 44 दिन में 26 जवान शहीद हो गए हैं। जबकि एक जवान के पिता भी आतंकियों के हमले में मारे गए।  

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