बुद्धिजीवियों से मछुआरों तक, भाजपा ने प्रदेशों को 17 तरह के सेल बनाने के दिए निर्देश

बुद्धिजीवियों से मछुआरों तक, भाजपा ने प्रदेशों को 17 तरह के सेल बनाने के दिए निर्देश

IANS News
Update: 2020-08-08 09:00 GMT
बुद्धिजीवियों से मछुआरों तक, भाजपा ने प्रदेशों को 17 तरह के सेल बनाने के दिए निर्देश

नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)। बुद्धिजीवियों और मछुआरों से लेकर समाज के सभी वर्ग में पैठ बनाने में भारतीय जनता पार्टी जुटी है। भाजपा ने इसके लिए 17 तरह के सेल को नए सिरे से गठित करने की तैयारी की है। प्रदेशों में नई कार्य समितियों के साथ इन सेलों के भी जल्द से जल्द गठन का निर्देश जारी हुआ है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी प्रदेश अध्यक्षों को प्रदेश, जिला और मंडल कार्यसमिति के साथ 12 केंद्रीय सेल और पांच स्थानीय स्तर पर अलग से सेल बनाने के लिए कहा है। इस बाबत प्रदेश अध्यक्षों, प्रदेश महामंत्रियों को दो दिन पूर्व बीते 6 अगस्त को राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह पत्र जारी कर चुके हैं।

आईएएनएस के पास मौजूद पत्र में राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने प्रदेश अध्यक्षों से कहा है, हम कुल 12 केंद्रीय के अलावा प्रदेश इकाई की आवश्यकता के आधार पर 5 अन्य सेल गठित कर सकते हैं। प्रदेश स्तर पर गठित सेल में एक संयोजक, एक सह संयोजक और नौ सदस्य सहित कुल 11 लोग होंगे। वहीं जिला स्तर पर एक संयोजक, एक सह संयोजक सहित कुल नौ लोग वहीं मंडल स्तर पर कुल 7 लोगों का सेल होगा।

राष्ट्रीय महासचिव ने प्रदेश अध्यक्षों से कहा है कि संगठन की आवश्यकता और कार्यकर्ताओं की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए सेल का गठन करें।

पार्टी ने हर वर्ग के लोगों को इन प्रकोष्ठों (सेल) के जरिए जोड़ने की तैयारी की है। इसमें बुद्धिजीवियों के साथ प्रोफेशनल, मछुआरे और बुनकर तक शामिल हैं। पार्टी ने बुद्धिजीवी सेल, लीगल सेल, आर्थिक सेल, प्रोफेशनल सेल, मेडिकल सेल ( चिकित्सा प्रकोष्ठ) शिक्षक सेल, सहकारिता सेल, पूर्व सैनिक सेल, कल्चरल सेल (सांस्कृतिक), ट्रेडर्स सेल (व्यापार), बुनकर सेल, मछुआरा सेल बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके अतिरिक्त पांच अन्य प्रकार के सेल प्रदेश इकाई अलग से बना सकती है।

भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने आईएएनएस से कहा, भाजपा हर वर्ग के लिए काम करती है। इसलिए ऐसे सेल के जरिए हर वर्ग के लोगों को जोड़कर उनके विचारों को पार्टी महत्व देती है। केंद्रीय नेतृत्व ने 12 तरह के सेल बनाने के निर्देश दिए हैं। वहीं 5 सेल प्रदेश संगठन अपने हिसाब से बना सकता है। पहले भी सेल बनते रहे हैं। चूंकि प्रदेशों में नई टीम बन रही है तो इन सेल का भी नए सिरे से गठन होना है।

एनएनएम

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