देना है दिल को अटेंशन, तो करें ब्लडडोनेशन
देना है दिल को अटेंशन, तो करें ब्लडडोनेशन
Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-14 08:49 GMT
टीम डिजिटल, भोपाल.हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्ल्ड डोनर डे मनाया जाता है. ये दिन पिछले 10 सालों से मनाया जा रहा है.रक्त दान से पिछले 10 सालों में 10 लाख जिंदगियां बचाई गईं है. रक्त दान को एक महान दान कहा गया है.रक्तदान दिल की बीमारियों की आशंका कम करने में सहायक है और शरीर में अतिरिक्त आयरन को जमने से रोकता है.
लेकिन कुछ लोग अपने मन में पलने वाली भ्रांतियों की वजह से रक्त दान नहीं करते. लेकिन रक्त दान के कई फायदे है, तो आइए रक्त दान दिवस पर हम इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करते है और फायदों को करीब से जानते है. अक्सर लोग सोचते हैं कि, रक्तदान के बाद शरीर में खून की कमी हो जाएगी तो आप बिल्कुल गलत हैं. रक्तदान पूरी तरह सुरक्षित है और इससे आपकी सेहत को कोई नुकसान नहीं होगा. रक्तदान के 48 घंटे बाद रक्त की कमी हो जाती है. इतना ही नहीं, अगर आप पूरी तरह स्वस्थ हैं तो हर तीन महीने में एक बार रक्तदान कर सकते है.
रक्तदान के पहले दाता का मेडिकल चेकअप किया जाता है और हिमोग्लोबिन 12.5 प्रतिशत से कम होने पर रक्तदान की अनुमति नहीं दी जाती है.
अगर आपको ये लगता है कि रक्तदान करने के बाद आपको पूरे एक दिन आराम करना पड़ेगा और इसके लिए ऑफिस से छुट्टी लेनी होगी तो ऐसा नहीं है. आप रक्तदान के बाद भी सामान्य रुटीन अपना सकते हैं. लेकिन थोड़ी सावधानी जरूर बरतें. जैसे दिन में 10 से 12 ग्लास पानी पिएं, 48 घंटो तक धूम्रपान आदि से दूर रहें. इसके अलावा तीन से चार घंटे तक ड्राइविंग और धूप में आने से थोड़ा बचें.
रक्तदान करने से किसी भी प्रकार के संक्रमण का सवाल नहीं.आजकल डिस्पोजेबिल सुई का जमाना है जिसे एक बार इस्तेमाल में लाने के बाद फेंक दिया जाता है. सावधान के साथ रक्तदान करने से किसी भी तरह का संक्रमण नहीं फैलता, तो इस साल आप जरूर करें रक्तदान.