आतंकी सलाहुद्दीन के बेटे ने टेरर फंडिंग की बात कबूली, कोर्ट ने सात दिन की रिमांड पर भेजा

आतंकी सलाहुद्दीन के बेटे ने टेरर फंडिंग की बात कबूली, कोर्ट ने सात दिन की रिमांड पर भेजा

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-25 16:12 GMT
आतंकी सलाहुद्दीन के बेटे ने टेरर फंडिंग की बात कबूली, कोर्ट ने सात दिन की रिमांड पर भेजा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन के चीफ सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शाहिद यूसुफ ने टेरर फंडिंग की बात कबूल कर ली है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा मंगलवार को अरेस्ट किए गए सैयद शाहिद यूसुफ ने कहा है कि वह अपने पिता के कहने पर टेरर फंडिंग करता था। NIA ने यह बात दिल्ली स्थित एक विशेष अदालत में बताई है। NIA ने कोर्ट में यह भी कहा कि सैयद शाहिद यूसुफ से आतंकी संगठन के बारे में अभी बहुत कुछ जानकारियां हासिल करना है। ऐसे में उसकी रिमांड बढ़ाई जानी चाहिए। कोर्ट ने इसके बाद सैयद शाहिद यूसुफ को सात दिनों के लिए NIA रिमांड पर भेज दिया है।

 

गौरतलब है कि शाहिद यूसुफ को NIA ने मंगलवार को अरेस्ट किया था। उसकी गिरफ्तारी सन 2011 के टेरर फंडिंग मामले में की गई है। 42 वर्षीय यूसुफ जम्मू-कश्मीर के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट में कर्मचारी हैं और बड़गाम में रहता है। सैयद शाहिद यूसुफ पर टेरर फंडिंग का मामला तय होने के बाद मंगलवार को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था और वहीं से उसे हिरासत में ले लिया गया। उसे हवाला चैनल्स के जरिए पाकिस्तान और सऊदी अरब स्थित आतंकियों को धन पहुंचाने का दोषी पाया गया है।  


NIA के अनुसार यूसुफ सऊदी अरब स्थित हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी ऐजाज एहमद बट के संपर्क में था और उसने उससे कश्मीर घाटी में आतंकियों के लिए पैसा लिया। जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन की आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए उपलब्ध कराया गया यह धन चार किश्तों में सन 2011 से सन 2014 के बीच लिया गया। दस्तावेजी सुबूतों के साथ-साथ NIA ने यूसुफ और एजाज के बीच हुई बातचीत को भी रिकार्ड किया है। 

 

NIA के अधिकारियों का कहना है कि पुख्ता सुबूत इकट्ठे करने के बाद ही युसूफ की गिरफ्तारी हुई है। इस मामले के चार दोषी गुलाम मोहम्मद भट्ट, मोहम्मद सिदिक घानानियन, गुलाम जीलानी लिलू और फारूख अहमद दग्गा इस समय तिहाड़ जेल में हैं, जबकि दो मो. मकबूल पंडित और एजाज अहमद भट्ट फरार हैं।

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