हनीट्रैप केस: वायुसेना कैप्टन अरुण मारवाह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
हनीट्रैप केस: वायुसेना कैप्टन अरुण मारवाह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के एक ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को खुफिया सूचनाएं लीक करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद अब आरोपी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने को खुफिया जानकारी देने का आरोप है। ISI ने हनीट्रैप के जरिए ग्रुप कैप्टन को शिकार बनाया था। वह फेसबुक के जरिए दो महिलाओं के संपर्क में आया था। चैटिंग के दौरान दोनों एक दूसरे को अश्लील मैसेज भेजते थे। इसके बाद में वह खुफिया जानकारी वॉट्सएप के जरिए भेजने लगा। एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से इसकी शिकायत की थी।
देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरे में डाला
अरुण मारवाह ने कोच्चि और कसौली एयरबेस की ऐसी सूचनाएं लीक की थी जिसके चलते देश की आंतरिक सुरक्षा खतरे में पड़ सकती थी। इसलिए एयरफोर्स को अपने प्लान को बदलना चाहिए और इन एयरबेस के सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने चाहिए। आरोपपत्र में दिल्ली पुलिस ने बताया है कि गु्रप कैप्टन अरुण मारवाह ने एक नहीं करीब 12 से अधिक ब्लूप्रिंट लीक किए थे, ये वो प्रिंट थे जो अगर किसी भी एजैंसी के हाथ लग जाए तो वह एयरफोर्स को बड़ी चोट पहुंचा सकता है।
एयरफोर्स ने बदले प्लान
यही नहीं, वह चाहे तो दो एयरबेस में आसानी से दाखिल भी हो सकता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इसकी जानकारी रक्षा मंत्रालय और केन्द्र सरकार को भी दे दी गई है ताकि एयरफोर्स की सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा सकें। कैप्टन मारवाह के कारण एयरफोर्स को अपने 2018 के कई ब्लूप्रिंट बदलने पड़े हैं साथ ही तीन हथियारों की सौदेबाजी पर रोक लगाई गई है। बताया जाता है कि एयरफोर्स ने न सिर्फ ब्लूप्रिंट बदले है,बल्कि वेबसाइट सहित सभी अधिकारियों के कार्यक्षेत्रों में बदलाव कर दिया है, ताकि उन पर किसी भी तरह का खतरा न हो।
पुलिस ने चार्जशीट में कहा है कि मारवाह ने जो दस्तावेज शेयर किए थे, उनमें गगन शक्ति एक्सरसाइज और ह्यूमन एड डिजास्टर रिलीफ की भी जानकारी शामिल है। यह दोनों जानकारियां अप्रैल 2018 में होने वाले एयरफोर्स के एक्सरसाइज का हिस्सा थी। अरूण मारवाह पर ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।