गुजरात में कांग्रेस के हुए 78 MLAs, निर्दलीय विधायक ने दिया समर्थन

गुजरात में कांग्रेस के हुए 78 MLAs, निर्दलीय विधायक ने दिया समर्थन

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-24 04:55 GMT
गुजरात में कांग्रेस के हुए 78 MLAs, निर्दलीय विधायक ने दिया समर्थन

डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों को आए हुए अभी एक हफ्ता भी पूरा नहीं हुआ है कि कांग्रेस के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। इस बार के विधानसभा चुनावों ने कांग्रेस ने पिछली बार से अच्छा प्रदर्शन किया और 77 सीटें हासिल की, लेकिन अब ये आंकड़ा 78 पर पहुंच गया है। दरअसल, शनिवार को एक निर्दलीय विधायक भूपेंद्र सिंह खांट ने कांग्रेस का "हाथ" थाम लिया है, जिसके बाद गुजरात में अब कांग्रेस के पास 182 में से 78 विधायक हो गए हैं।


पहले कांग्रेसी ही थे भूपेंद्र सिंह

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोरवा हदफ सीट से निर्दलीय विधायक भूपेंद्र सिंह चुनाव से पहले कांग्रेसी ही थे। चुनावों में गठबंधन के तहत कांग्रेस ने ये सीट भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) को दी थी। जिसके बाद भूपेंद्र सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीता। भूपेंद्र सिंह खांट ने बीजेपी के विक्रम सिंह डिंडोर को 4,000 वोटों के अंतर से हराया। जबकि बीटीपी के अल्पेश दामोर तीसरे नंबर पर रहे।

अगली बार 135 सीटें जीतेंगे: राहुल

गुजरात चुनावों के बाद पहली बार तीन दिन के दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस वर्कर्स को संबोधित किया। बतौर कांग्रेस प्रेसिडेंट ये राहुल गांधी का पहला गुजरात दौरा है। अपने दौरे की शुरुआत राहुल ने गिर सोमनाथ के सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर की। इसके बाद शाम को पार्टी वर्कर्स से बातचीत के दौरान राहुल ने दावा किया कि अगले चुनावों में हम 135 से सीटें जीतेंगे। बता दें कि कांग्रेस ने इस बार पिछले चुनावों से 16 सीटें ज्यादा जीती हैं, वहीं कई सीटों पर तो कांग्रेस बहुत ही कम अंतर से हारी है। इतना ही नहीं, कांग्रेस का वोट शेयर भी इस बार 2% बढ़ा है।

बीजेपी को भी मिल चुका है निर्दलीय का समर्थन

इससे पहले बीजेपी को एक निर्दलीय विधायक का समर्थन मिल चुका है। महिसागर जिले की लुणावाणा सीट से निर्दलीय विधायक रतनसिंह राठौड़ ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने की बात कही है।  रतनसिंह का समर्थन मिलने के बाद अब बीजेपी के पास 182 में से 100 विधायकों का समर्थन हासिल हो गया है। रतनसिंह भी पहले कांग्रेस नेता थे, लेकिन चुनावों से पहले बागी होने के कारण कांग्रेस ने उन्हें टिकट नहीं दी। इसके बाद उन्होंने लुणावाणा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीता। रतनसिंह ने 55,098 वोटों से जीत हासिल की। जबकि बीजेपी के मनोज पटेल को 51,898 वोट और कांग्रेस के परंजयादित्य पवार को 47,093 वोट मिले थे।

पहली बार इतनी कम सीटें मिलीं बीजेपी को

इस बार के विधानसभा चुनावों में बीजेपी का वोट शेयर भले ही बढ़ा है, लेकिन उसके बावजूद बीजेपी सिर्फ 99 सीटें ही जीतने में कामयाब रही थी। पिछले 22 सालों से बीजेपी की गुजरात में सरकार है और पहली बार बीजेपी ने इतनी कम सीटें जीती हैं। हमेशा से बीजेपी 100 से ज्यादा सीटें जीतती आ रही है, लेकिन पहली बार बीजेपी के खाते में 100 से कम सीटें गई हैं। बीजेपी ने 1995 में 121 सीटें, 1998 में 117 सीटें, 2002 में 127 सीटें और 2007 में 117 सीटें जीती थी। वहीं पिछली बार यानी 2012 के चुनावों में बीजेपी ने 115 सीटें हासिल की थी। 

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