छिपे युध्द का सामना करने के लिए भारत पूरी तरह  तैयार- राजनाथ सिंह  

छिपे युध्द का सामना करने के लिए भारत पूरी तरह  तैयार- राजनाथ सिंह  

Anita Peddulwar
Update: 2019-11-30 12:43 GMT
छिपे युध्द का सामना करने के लिए भारत पूरी तरह  तैयार- राजनाथ सिंह  

डिजिटल डेस्क, पुणे । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को पुणे में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति के कारण पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकवाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति, कुशलता के कारण पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकवाद खत्म करने में भारत कामयाब रहा है। इससे आगे भी पाकिस्तान द्वारा होने वाले छिपे युध्द का सामना करने के लिए भारत तैयार है।  

शनिवार को पुणे स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की 137 वीं टुकड़ी का दीक्षांत संचलन समारोह संपन्न हुआ। इसमें उन्होंने छात्रों को मार्गदर्शन किया। इससे पहले छात्राें द्वारा किए गए दीक्षांत संचलन का निरीक्षण किया। रक्षा मंत्री ने कैडेट कैप्टन माज्जी गिरधर को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। 

छात्रों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक लंबी जंग लड़ी है। अब हमारे पड़ोसी को भी अच्छी तरह से समझ में आया गया है कि भारत से किसी भी सूरत में नहीं जीत सकते। पाकिस्तान ने आतंकवाद के रूप में प्रॉक्सी वॉर का रास्ता चुना है, लेकिन आज मैं इस बात को पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि इस प्रॉक्सी वॉर में भी उसे शिकस्त के अलावा कुछ हाथ नहीं लगेगा। 

नफरत से भरी विचारधाराओं का मुकाबला करना होगा
उन्होंने कहा कि जहां हमें 20वीं शताब्दी में पैदा हुए और पनपे आतंकवाद से निपटने के लिए खुद को तैयार रखना हैं वहीं 21वीं शताब्दी के नए खतरों का भी मुकाबला करना है। जिनमें सायबर थ्रेट और नफरत से भरी विचारधाराओं के विस्तार का मुकाबला करना भी शामिल है।  

भारतीय सेनाओं की कुशलता बेमिसाल
सिंह भारतीय सेना की सराहना करते हुए कहा कि भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया ने यह महसूस किया है कि जब भी मानवीय संकट आया है या फिर वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए कोई खतरा पैदा हुआ तो भारतीय सेनाओं ने जो व्यावसायिक कुशलता का परिचय दिया है वह अपने आप में बेमिसाल है।  

भारतीय सीमाओं पर आक्रमण नहीं सहन किया जाएगा
सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि अन्य किसी भी देश के भूभाग पर कब्जा करना हमरा हेतु नहीं है लेकिन भारतीय सीमाओं पर आक्रमण किया गया तो उसे सहन नहीं किया जाएगा।


 

Tags:    

Similar News