श्रीलंका ने चीन से वापस लिया प्रोजेक्ट, भारत को दिया 30 करोड़ डॉलर का टेंडर

श्रीलंका ने चीन से वापस लिया प्रोजेक्ट, भारत को दिया 30 करोड़ डॉलर का टेंडर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-19 05:27 GMT
श्रीलंका ने चीन से वापस लिया प्रोजेक्ट, भारत को दिया 30 करोड़ डॉलर का टेंडर
हाईलाइट
  • भारत अब श्रीलंका के लिए बनाया भारतीय पंरपरा के मकान
  • श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के भारत दौरे से पहले भारत को बड़ा तोहफा
  • श्रीलंका से भारतीय कंपनी ज्वाइंट वेंचर से 30 करोड़ डॉलर की हाउसिंग डील

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत अब श्रीलंका के लिए 28000 नए घरों का निर्माण करेगा। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भारतीय कंपनी ज्वाइंट वेंचर से 30 करोड़ डॉलर की हाउसिंग डील की है। इस डील के मुताबिक भारत को चीन के लिए नए घरों का निर्माण करना होगा। श्रीलंका ने पहले ये टेंडर चीन की कंपनी को दिया था, लेकिन बाद में चीन से डील रद्द करते हुए नए सिरे से भारतीय कंपनी को टेंडर दिया गया। अब भारत की कंपनी ज्वाइंट वेंचर के इस काम को पूरा करेगी। 

बता दें कि श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे शुक्रवार को भारत दौरे पर आने वाले हैं और इससे पहले श्रीलंका की सरकार ने भारत को एक तोहफा के रूप में 30 करोड़ डॉलर की हाउसिंग डील चीन से वापस लेकर दी। जानकारी के मुताबिक, चीन की कंपनी चाइना रेलवे पेइचिंग इंजिनियरिंग ग्रुप लिमिटेड को अप्रैल में श्रीलंका के जाफना में 40000 घर बनाने का टेंडर दिया गया था, जिसकी लागत 30 करोड़ डॉलर थी। इसमें चीन का एग्जिम बैंक फंडिंग भी कर रहा था।

भारतीय पंरपरा के घरों की रिमांड 
चीन से टेंडर वापस लेने की पीछे सबसे बड़ी वजह भारतीय पंरपरा के अनुरूप घर बनाना है। श्रीलंका के स्थानीय लोगों को ईंट के पारंपरिक घर चाहिए थे, जबकि चीन कंक्रीट स्ट्रक्चर के हिसाब से घर बनाने वाला था। चीन से टेंडर वापस लेने के बाद श्रीलंका ने हाउसिंग डील में थोड़ा बदलाव किया है। सरकार ने पहले चरण में 28000 नए घर बनाने का प्रस्ताव सामने रखा है। हालांकि इलाके में कुल 65000 घरों की जरूरत है।

एयरपोर्ट विकसित करने का मिला था प्रस्ताव
बीते कुछ दिनों पहले ही श्रीलंका ने भारत को पलाली एयरपोर्ट को विकसित करने का काम दिया था। सामरिक लिहाज से भारत के लिए श्रीलंका एक महत्वपूर्ण देश है। भारत ने श्रीलंका के उत्तर में कनकेसंथुराई एयरपोर्ट और दक्षिण में मताला इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विकसित करने जिम्मा लिया है। AAI के अधिकारी ने बताया, भारतीय विदेश मंत्रालय के साथ अथॉरिटी ने श्रीलंका में एयरपोर्ट के विकास के लिए एक एग्रीमेंट किया था। भारत में मेट्रो और नॉन-मेट्रो शहरों में AAI ने 60 से ज्यादा एयरपोर्टों का निर्माण किया और अब वह अपनी विशेषज्ञता का लाभ बड़े पैमाने पर दूसरे देशों को देना चाहता है। बता दें कि श्रीलंका के उत्तरी क्षेत्र जाफना में स्थित पलाली तमिल क्षेत्र है। भारत ने उत्तरी प्रांत की मांग पर पलाली एयरपोर्ट के विकास का वादा किया था। श्रीलंका के उत्तर में ये पहला एयरपोर्ट होगा।

 

Similar News