इंडियन आर्मी की स्पेशल फोर्स को मिलेगी अमेरिकी असॉल्ट राइफलें, पेराशूट

इंडियन आर्मी की स्पेशल फोर्स को मिलेगी अमेरिकी असॉल्ट राइफलें, पेराशूट

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-19 17:06 GMT
इंडियन आर्मी की स्पेशल फोर्स को मिलेगी अमेरिकी असॉल्ट राइफलें, पेराशूट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन आर्मी की स्पेशल फोर्स की ताकत बढ़ाने के लिए भारत संयुक्त राज्य अमेरिका से असॉल्ट राइफलें, गोला-बारूद और कई अन्य विशेष उपकरण खरीदने जा रहा है। इसे लेकर जल्द ही अमेरिका का साथ मीटिंग होने जा रही है। बता दें कि लंबे समय से सेना अपने विशेष बलों के आधुनिकीकरण के लिए काम कर रही है जो आतंकवाद विरोधी अभियानों में बहुत प्रभावी रहे हैं और दो साल पहले सीमा पार जाकर पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक को भी अंजाम दिया था।

सूत्र बताते है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करने जा रही हैं, जहां अमेरिकी रक्षा विभाग से 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के उपकरण खरीदने के प्रस्ताव पर चर्चा होने की उम्मीद है। ये उपकरण सेना की पैराशूट रेजिमेंट की विशेष बलों की इकाइयों के लिए खरीदे जाएंगे। इन उपकरणों में असॉल्ट राइफलें, गोला बारूद और कॉम्बेट फ्री फॉल पैराशूट शामिल है। अगर प्रस्ताव पास हो जाता है, तो संयुक्त राज्य अमेरिका से विदेशी सैन्य बिक्री मार्ग के तहत गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट सौदे में उपकरणों का अधिग्रहण किया जाएगा।

भारतीय सेना के पास पहले से ही अमेरिकी M4A1 असॉल्ट राइफलें हैं, जिनका आतंकवाद-रोधी अभियानों में विशेष रूप से उपयोग किया गया है और वे सफल रही हैं। सेना बेल्जियन राइफल्स के रूप में विशेष बलों के लिए अधिक कार्बाइन खरीदने पर भी विचार कर रही है। बेल्जियन राइफल्स का  उपयोग स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) द्वारा प्रधान मंत्री की सुरक्षा में किया जाता है, जिन्हें ले जाना आसान होता है।

फरवरी में, रक्षा मंत्रालय ने फास्ट-ट्रैक प्रक्रियाओं के तहत 72,400 7.6 एमएम सिग सॉयर असॉल्ट राइफलों की खरीद का सौदा किया था। 700 करोड़ रुपये का यह सौदा पैदल सेना के आधुनिकीकरण के उद्देश्य से है। अमेरिका और कई यूरोपीय देशों में सशस्त्र बलों द्वारा पहले से ही सिग सॉयर असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया जाता है। सूत्रों ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि रक्षा मंत्रालय ने अमेरिकी फर्म को एक साल के भीतर राइफलें पहुंचाने को कहा है। भारतीय सेना को  66,400 राइफले मिलेगी, जबकि भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना को 4,000 और 2,000 राइफलें मिलेंगी।

असॉल्ट राइफलें पाकिस्तान और चीन से लगी सीमा पर क्षेत्रों में सैनिकों की मारक क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। सिग सॉयर असॉल्ट राइफलें एक्सट्रीम वेदर कंडीशन में बेहतर तरीके से काम करने के लिए प्रसिद्ध हैं। 
 

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