लालू का नीतीश पर आरोप- पार्टी के प्रचार में सरकारी खजाने को चूना लगा रहे हैं नीतीश
लालू का नीतीश पर आरोप- पार्टी के प्रचार में सरकारी खजाने को चूना लगा रहे हैं नीतीश
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर हमला बोला है। लालू यादव ने ट्वीट कर बिहार सीएम नीतीश कुमार पर सरकारी धन और सरकारी कर्मचारियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि जदयू पार्टी की सभा का प्रचार,प्रबंधन और व्यय सरकारी ख़ज़ाने से हो रहा है। लालू यादव का यह आरोप नीतीश की एक सभा में सरकारी कर्मचारियों को उपस्थित होने के आदेश के बाद आया है।
लालू ने अपने ट्वीट में इस आदेश की प्रति लगाते हुए कहा, "सरकारी निर्देश जारी कर सरकारी कर्मियों को सीएम की सभा में हाज़िर करवाना अभूतपूर्व ही नहीं दुर्भाग्यपूर्ण भी है। देखिए आदेश! जदयू पार्टी की सभा का प्रचार,प्रबंधन और व्यय सरकारी ख़ज़ाने से क्यों हो रहा है?"
सरकारी निर्देश जारी कर सरकारी कर्मियों को सीएम की सभा में हाज़िर करवाना अभूतपूर्व ही नहीं दुर्भाग्यपूर्ण भी है। देखिए आदेश! जदयू पार्टी की सभा का प्रचार,प्रबंधन और व्यय सरकारी ख़ज़ाने से क्यों हो रहा है? pic.twitter.com/Hdk27E6aXx
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 15, 2017
इसी क्रम में लालू ने एक के बाद एक कईं ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, "पब्लिक फ़ंड और लोकोपयोगी राशि को अपनी धूमिल और अनैतिक छवि का रंग-रोगन एवं महिमामंडन करने में ख़र्च करने पर अंतरात्मा नहीं फूँफकारती क्या? विकास की एक ईंट नहीं लगी ऊपर से सरकारी राशि को पानी की तरह बहाया जा रहा है।"
पब्लिक फ़ंड और लोकोपयोगी राशि को अपनी धूमिल और अनैतिक छवि का रंग-रोगन एवं महिमामंडन करने में ख़र्च करने पर अंतरात्मा नहीं फूँफकारती क्या? विकास की एक ईंट नहीं लगी ऊपर से सरकारी राशि को पानी की तरह बहाया जा रहा है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 15, 2017
उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, "राजनीतिक प्रचार को विकास कार्य का जामा पहना कर जनहित और जनकल्याण के लिए उपलब्ध राशि का खर्च एक व्यक्ति की राजनीतिक महत्वाकांक्षा को तुष्ट करने के लिए क्यों किया जा रहा है?"
राजनीतिक प्रचार को विकास कार्य का जामा पहना कर जनहित और जनकल्याण के लिए उपलब्ध राशि का खर्च एक व्यक्ति की राजनीतिक महत्वाकांक्षा को तुष्ट करने के लिए क्यों किया जा रहा है?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) December 15, 2017