उद्धव को बीजेपी से इतनी ही समस्या है तो साथ छोड़ क्यों नहीं देते : कांग्रेस

उद्धव को बीजेपी से इतनी ही समस्या है तो साथ छोड़ क्यों नहीं देते : कांग्रेस

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-31 16:01 GMT
उद्धव को बीजेपी से इतनी ही समस्या है तो साथ छोड़ क्यों नहीं देते : कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के पालघर लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा बीजेपी के खिलाफ की गई बयानबाजी पर कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि अगर उद्धव ठाकरे को बीजेपी से इतनी ही दिक्कत है तो वे NDA में क्यों बने हुए हैं, वे बीजेपी का साथ छोड़ क्यों नहीं देते। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने हार के बाद बीजेपी पर जमकर हमले किए थे। उन्होंने कहा था, "देश के 60 फीसदी लोगों ने नकार दिया है। पिछले चार साल में मोदी सरकार ने बहुमत गंवा दिया और अब बीजेपी को दोस्त की जरूरत भी नहीं रही है।" उद्धव ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर चुनाव प्रचार के दौरान पैसे बांटने के भी आरोप लगाए थे।

बीजेपी के खिलाफ उद्धव के इन आक्रामक तेवरों पर कुछ ही देर बाद महाराष्ट्र कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उद्धव पर निशाना साधते हुए कहा, "अगर उद्धव ठाकरे में थोड़ा भी आत्म सम्मान बचा हो तो उन्हें बीजेपी के साथ गठबंधन से अलग हो जाना चाहिए। उद्धव एक तरफ सरकार में बने रहना भी चाहते हैं और दूसरी ओर विपक्षी दलों को भी समर्थन करना चाहते हैं। वे वास्तव में चाहते क्या हैं।"

 


चव्हाण ने कहा, "अगर शिवसेना नाखुश है तो हर बार सरकार के फैसलों की आलोचना करने की बजाय उसे NDA छोड़ देना चाहिए। अगर शिवसेना वाकई बीजेपी के फैसलों से नाखुश है तो उसे अभी भी समर्थन क्यों दे रही है।"

 


अशोक चव्हाण ने इस दौरान यह भी कहा कि इस चुनाव में सीएम फडणवीस ने चुनाव आचार संहिता का भी उल्लंघन किया। उन्होंने कहा, "सीएम ने आचार संहिता का उल्लंघन किया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पैसे बांटे और उन पर कोई कार्रवाई भी नहीं हुई। यह चिंता का विषय है। इसे ही बीजेपी की साम-दाम-दंड-भेद की नीति कहते हैं।"

 


प्रेस कॉन्फ्रेंस में अशोक चव्हाण ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए महाराष्ट्र में भी विपक्षी दलों के एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा, "हम पालघर सीट पर हार की अपेक्षा नहीं कर रहे थे। अगर सभी विपक्षी दल साथ मिलकर लड़ते तो हम यहां बीजेपी को हरा सकते थे। अगर बहुजन विकास पार्टी और CPI-M ने भविष्य में हमारे साथ मिलकर लड़े तो हम पालघर को भी जीत लेंगे।"
 

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