नोटबंदी से हुई 100 मौतों का जिम्मेदार कौन? : मनमोहन सिंह
नोटबंदी से हुई 100 मौतों का जिम्मेदार कौन? : मनमोहन सिंह
डिजिटल डेस्क, सूरत। गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कांग्रेस पार्टी की कमान संभाल ली है। उन्होंने शनिवार को चुनाव प्रचार करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर एक के बाद एक कई हमले किए। मनमोहन सिंह ने कहा कि 8 नवंबर का दिन देश की अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र के लिए काला दिन था। उन्होंने कहा, "मैं उन 100 से ज्यादा लोगों को याद करता हूं, जो कतार में खड़े होने के दौरान मर गए। कोई बताएगा उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है?"
सूरत में नोटबंदी को काला दिन करार देते हुए पूर्व पीएम ने कहा, ‘मैं 100 से ज्यादा उन लोगों को याद करता हूं जो कतार में खड़े होने के दौरान मर गए, इसकी वजह नोटबंदी थी। मैं बेहद दर्द और जिम्मेदारी के साथ कहना चाहूंगा कि 8 नवंबर का दिन भारत की इकोनॉमी और लोकतंत्र के लिए काला दिन था।’ इससे पहले मनमोहन सिंह ने नोटबंदी की पहली सालगिरह के मौके पर अहमदाबाद में नोटबंदी को सरकार की सबसे बड़ी भूल करार दिया था। उन्होंने नोटबंदी को एक संगठित लूट कहा था।
पत्रकारों से बातचीत में मनमोहन सिंह ने नरेंद्र मोदी द्वारा बार-बार गरीबी में अपने गुजरे बचपन का जिक्र करने पर कहा कि वे नहीं चाहते कि उनके बैकग्राउंड को लेकर देश उन पर तरस खाए। उन्होंने कहा, "मैं नहीं सोचता हूं कि मैं इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ कोई कॉम्पीटिशन करना चाहूंगा।" वहीं देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल की तुलना करने पर मनमोहन सिंह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी अक्सर दोनों नेताओं के बारे में बात करते हैं कि लेकिन इससे कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
वहीं मनमोहन सिंह के बयानों का कटाक्ष करते हुए पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है, "GDP के आंकड़े अभी-अभी आए हैं और इससे सारे सवालों का जवाब मिल गया है। डॉ मनमोहन सिंह को एक परिवार के प्रति वफादारी साबित करने के लिए गलत बातें भी बोलनी पड़ रही है, ये उनकी मजबूरी है।"
गौरतलब है कि शुक्रवार को ही अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी बेहतरीन अर्थव्यवस्था को लेकर मनमोहन सिंह की तारीफ कर चुके हैं। ओबामा ने कहा कि 2008 के वित्तीय संकट के दुष्परिणामों से निपटने में मनमोहन सिंह ने बड़ा सहयोग दिया था। ओबामा ने कहा था, "मनमोहन सिंह हमारे मुख्य भागीदार थे, जब हम वित्तीय मंदी (2008) के दौरान काम कर रहे थे।"