मनमोहन सिंह बोले- RBI गवर्नर का इस्तीफा अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका

मनमोहन सिंह बोले- RBI गवर्नर का इस्तीफा अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-10 19:03 GMT
मनमोहन सिंह बोले- RBI गवर्नर का इस्तीफा अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका
हाईलाइट
  • मनमोहन सिंह ने उर्जित पटेल को बड़ा अर्थशास्त्री बताया।
  • RBI गवर्नर के इस्तीफे को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दुर्भाग्यपूर्ण और अर्थव्यवस्था के लिए झटका बताया है।
  • उर्जित पटेल को अगस्त 2016 में RBI गवर्नर घोषित किया गया था।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। RBI गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने दुर्भाग्यपूर्ण और अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका बताया है। मनमोहन सिंह ने उर्जित पटेल को बड़ा अर्थशास्त्री बताते हुए कहा कि वो एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर जाने जाते हैं जो भारत के वित्तीय संस्थानों और आर्थिक नीति के बारे में बेहद ख्याल रखते थे। बता दें कि उर्जित पटेल को अगस्त 2016 में RBI गवर्नर घोषित किया गया था। उन्होंने इस्तीफे की वजह निजी कारणों को बताया है।

डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा, केंद्र सरकार की मंशा कैपिटल रिजर्व को इस्तेमाल करने की थी। डिप्टी गवर्नर ने इसकी आशंका जताई थी। उन्होंने कहा, "मैं उम्मीद करता हूं कि RBI गवर्नर के इस्तीफे के बाद ऐसा कुछ भी न हो।" मनमोहन सिंह ने कहा, संस्थानों को खड़ा करने में काफी समय लगता है लेकिन एक ही झटके में इसे नष्ट किया जा सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक जैसे संस्थानों ने स्वतंत्रता के बाद से हमारे महान राष्ट्र की प्रगति के निर्माण के रूप में कार्य किया है। शॉर्ट-टर्म पॉलिटिकल गेन के लिए इन संस्थानों का इस्तेमाल करना मूर्खतापूर्ण होगा।

बता दें कि RBI गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लंबे समय से RBI और केंद्र सरकार के बीच चल रहे विवाद के बाद उन्होंने यह निर्णय लिया है। पटेल का कार्यकाल सितंबर 2019 में समाप्त होना था, लेकिन उन्होंने 9 महीने पहले ही इस्तीफा दे दिया। माना जा रहा है कि RBI के पास उपलब्ध करंसी में से सरकार कुछ हिस्सा लेना चाहती थी, जिसे लेकर उर्जित पटेल सहमत नहीं थे। इसके अलावा कमजोर बैंकों के लिए नियमों को आसान बनाने के मुद्दे को लेकर भी केन्द्र और RBI गवर्नर के बीच असहमति थी। 

पिछले महीने, बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मुंबई में नौ घंटे से अधिक समय तक मीटिंग की थी। इसके बाद बैंक, केंद्र सरकार से समझौता करने को तैयार हो गया था। अब अचानक उर्जित पटेल के इस्तीफा देने से केंद्र सरकार एकबार फिर कठघरे में आ गई है।

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