Medical scam में बड़ा खुलासा: घूस के लिए कोडवर्ड में बात करते थे जज और बिचौलिए

Medical scam में बड़ा खुलासा: घूस के लिए कोडवर्ड में बात करते थे जज और बिचौलिए

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-16 06:06 GMT
Medical scam में बड़ा खुलासा: घूस के लिए कोडवर्ड में बात करते थे जज और बिचौलिए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मेडिकल कॉलेजों में दाखिले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाई रोक के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है। जिसमें कुछ ऐसे दस्तावेज निकलकर सामने आए हैं। इन दस्तावेजों से जानकारी मिली है कि जज घूस लेने के लिए कोडवर्ड का इस्तेमाल किया करते थे। ये कोडवर्ड थे प्रसाद, मंदिर, गमला। सीबीआई ने इस घोटाले की जांच के दौरान कुछ बातचीत रिकॉर्ड की थी जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है।

 


 

आईएम कुद्दुसी इस वक्त जेल में बंद

 

आपको बता दें कि इस मामले में आरोपी ओडिशा के रिटायर्ड जज आईएम कुद्दुसी इस वक्त जेल में बंद हैं। इस बातचीत में भी आईएम कुद्दुसी की ही आवाज बताई जा रही है। आरोप है कि कुद्दूसी ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेज को कानूनी मदद मुहैया कराने के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट में भी मामले में मनमाफिक फैसला दिलाने का वादा किया था। बता दें कि इस घोटाले में ओडिशा के रिटायर्ड जज आईएम कुद्दुसी के अलावा इलाहाबाद हाई कोर्ट के मौजूदा दो जज भी सीबीआई की जांच के घेरे में है। 


मोदी सरकार से डरे घोटालेबाज

 

जानकारी के अनुसार, बातचीत में रिकॉर्ड की गई आवाजें बिचौलिए विश्वनाथ अग्रवाल और प्रसाद एजुकेशन ट्रस्ट के बीपी यादव की है। बातचीत में यह भी कहा गया है कि चाय वाले की सरकार सब देख रही है। इससे साफ है कि घोटाले में शामिल लोग सरकार से डरे हुए थे। इसी बात पर अग्रवाल रिटायर्ड जज कुद्दुसी को यकीन दिलाते हैं कि उनके "फादर" और "कैप्टन" सब कुछ करने को तैयार हैं। इसके साथ ही ओडिशा के व्यापारी ने उन्हें 500 प्रतिशत गारंटी दी कि काम हो जाएगा।

 

 


 

बिजनसमैन विश्वनाथ अग्रवाल सबसे बड़ा चेहरा

 

रिकार्डिंग में एक जगह यादव अग्रवाल से कहते हैं कि उन्हें जज की बातों पर भरोसा है। अग्रवाल फिर से यादव को याद दिलाते हैं कि अगर "प्रसाद" नहीं दिया गया तो यह मसला नहीं सुलझेगा। जब इन कोडवर्ड्स को लेकर सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, "सीबीआई ट्रांसक्रिप्ट्स की न तो पुष्टि करती है और न ही इसे खारिज करती है।" रिटायर्ट जज कुद्दुसी के अलावा इस मामले में बिजनसमैन अग्रवाल सबसे बड़ा चेहरा हैं जो जजों को अपनी बातों में फंसाकर खराब व्यवस्था वाले मेडिकल कॉलेजों के मालिकों के मामलों को सुलझाने का काम करता था।


 

 

 

पिछले साल भी हुई थी गिरफ्तारी
 

बता दें कि पिछले साल सीबीआई ने इस घोटाले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। जिनमें रिटायर्ड जस्टिस इशरत मसरूर कुद्दूसी के अलावा एक बिचौलिया बिश्वनाथ अग्रवाल, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के मालिक बी. पी. यादव और पलाश यादव के अलावा हवाला ऑपरेटर राम देव सारस्वत शामिल हैं। प्रसाद इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज उन 46 कॉलेजों में से एक था, जिन पर सरकार ने अगले 1 या 2 सालों के लिए मेडिकल स्टूडेंट्स को प्रवेश देने पर रोक लगाई थी।  

 

Similar News