इन राज्यों में मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट, जुलाई के पहले दिन मध्यप्रदेश में जमकर बरसे बदरा

मौसम अलर्ट इन राज्यों में मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट, जुलाई के पहले दिन मध्यप्रदेश में जमकर बरसे बदरा

Anchal Shridhar
Update: 2022-07-01 17:09 GMT
इन राज्यों में मौसम विभाग ने जारी किया भारी बारिश का अलर्ट, जुलाई के पहले दिन मध्यप्रदेश में जमकर बरसे बदरा

डिजिटल डेस्क, भोपाल। देश के बहुत से राज्यों में मानसून पूरी तरह से सक्रीय हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक जिन राज्यों में राज्यों में मानसून ने अब तक दस्तक नहीं दी है, वहां भी जल्द ही इसकी एंट्री हो जाएगी। देश के कई हिस्सों जैसे कि, राजस्थान व महाराष्ट्र के मुंबई में भारी बारिश हो रही है। वहीं बात करें मध्यप्रदेश की तो यहां के कई हिस्सों में शुक्रवार को जमकर बारिश हुई। राजधानी भोपाल में तो ढाई घंटे के अंदर सवा तीन इंच तक पानी बरसा। जिससे कई जगहों पर जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई। 

इन राज्यों में बारिश का अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, मुंबई, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा व मध्यप्रदेश में कहीं तेज तो कहीं मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं पश्चिमी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम यूपी के कुछ भागों, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से, सिक्किम, मेघालय, गोवा, कर्नाटक के तटीय भाग और केरल के उत्तरी भागों में हल्की-मध्यम व भारी बारिश होने की संभावना है।

मध्यप्रदेश के इन हिस्सों में हुई झमाझम बारिश

जुलाई माह के पहले दिन प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। राजधानी भोपाल में आज दोपहर को लगभग ढाई घंटे बारिश हुई। इस दौरान सवा तीन इंच बारिश दर्ज की गई। वहीं बात करें प्रदेश के अन्य हिस्सों की तो बीते 24 घंटों में नर्मदापुरम में 5.5 इंच, बैतूल में 5 इंच, सीहोर व देवास में 4 से 5 इंच और उज्जैन, अशोकनगर, मंदसौर में लगभग 3-3 इंच बारिश हुई। 

देश भर सामान्य से 8 प्रतिशत कम बारिश दर्ज

देश के कई हिस्से बारिश से तर-बतर तो हो रहे हैं, लेकिन अन्य कई हिस्सों में मानसून का पूरी तरह से सक्रीय न होना चिंता का सबब बना हुआ है।  मौसम विभाग के अनुसार, जून के माह में देशभर में सामान्य से 8 प्रतिशत कम बारिश हुई है। विभाग ने जानकारी दी कि, जून में मध्य भारत और दक्षिण भारत में क्रमश: 30 और 14 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई। हालांकि मौसम विभाग ने ये भी कहा है कि यह कोई बहुत बड़ी कमी नहीं है, यह बारिश भी सामान्य ही मानी जाएगी। वहीं बात करें मध्यप्रदेश की तो यह जून बीते 10 सालों में सबसे कम बरसने वाला जून का महिना रहा।  
 

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