NASA ने मिशन शक्ति को टारगेट किया तो आनंद महिंद्रा ने की आलोचना

NASA ने मिशन शक्ति को टारगेट किया तो आनंद महिंद्रा ने की आलोचना

Bhaskar Hindi
Update: 2019-04-03 18:41 GMT
NASA ने मिशन शक्ति को टारगेट किया तो आनंद महिंद्रा ने की आलोचना
हाईलाइट
  • आनंद महिंद्रा ने नासा को कहा पाखंडी
  • नासा ने भारत के मिशन को बाताय था खतरा
  • भारत ने 300 किमी की ऊंचाई पर मार गिराई थी सेटेलाइट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने भारत के एंटी सेटेलाइट मिसाइल परीक्षण को खतरनाक कहा, जिसके बाद भारत के मशहूर बिजनसमेन आनंद महिंद्रा ने अमेरिका की आलोचना की है। महिंद्रा ने अमेरिका को पाखंडी तक कह डाला। NASA ने कहा था कि भारत के एंटी सेटेलाइट परीक्षण में खत्म की गई सेटेलाइट के मलबे के 400 टुकड़े इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर मौजूद अंतरिक्षयात्रियों के लिए एक नया खतरा बन गए हैं। जिसपर आनंद महिंद्रा ने NASA पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया है।

बता दें कि NASA ने कहा था कि भारत द्वारा अंतरिक्ष में 300 किमी की ऊंचाई पर मारी गई सेटेलाइट के मलबे के 400 टुकड़े स्पेश में फैल गए हैं, जो अंतरिक्षयात्रियों के लिए खतरा बन गया है, इसका जिम्मेदार भारत है, जिसके बाद आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा, " A case of the pot calling the kettel black" (सूप बोले तो बोले, छलनी भी बोले जिसमें 900 छेद!) उनके इस ट्वीट पर लगभग 9000 से ज्यादा लाइक्स और 3300 रिट्वीट्स आए हैं। महिंद्रा ने नासा की कही गई बात पर ट्वीट में लिखा कि, एक ऐसा देश जिसने पिछले कई दशकों में अंतरिक्ष में अधिकांश मलबा पैदा किया है, वो ऐसी बातें कह रहा है। 

नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेनस्टाइन ने कहा कि मलबे के लगभग 60 टुकड़ों को अब तक ट्रैक किया जा चुका है और इनमें से 24 अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के क्षेत्र से ऊपर जा रहे हैं, जिससे आईएसएस पर मौजूद अंतरिक्षयात्रियों को खतरा है। इससे अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए जोखिम 44 फीसदी बढ़ गया है। इसरो चेयरमेन के एडवाइजर तरन मिश्रा ने कहा कि भारतीय वैज्ञानिक ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे भारत को शर्मिंदा होना पड़े। उन्होने कहा कि भारत ने लो आर्बिट में सेटेलाइट परीक्षण किया है जिससे पैदा हुआ मलबा अपने आप 6 महिनें के अंदर अपने आप जलकर नष्ट हो जाएगा। 
 

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