एनएचआरसी ने मानव अधिकारों पर लघु फिल्मों के लिए अपनी 8वीं वार्षिक प्रतियोगिता के लिए आमंत्रित की प्रविष्टियां

नई दिल्ली एनएचआरसी ने मानव अधिकारों पर लघु फिल्मों के लिए अपनी 8वीं वार्षिक प्रतियोगिता के लिए आमंत्रित की प्रविष्टियां

IANS News
Update: 2022-06-08 17:30 GMT
एनएचआरसी ने मानव अधिकारों पर लघु फिल्मों के लिए अपनी 8वीं वार्षिक प्रतियोगिता के लिए आमंत्रित की प्रविष्टियां
हाईलाइट
  • जीवन के अधिकार
  • स्वतंत्रता
  • समानता और गरिमा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मानवाधिकारों पर लघु फिल्मों के लिए अपनी आठवीं वार्षिक प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित की हैं। प्रविष्टियां प्राप्त करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2022 है। प्रविष्टियां केवल ईमेल के माध्यम से जमा की जा सकती हैं।

सर्वश्रेष्ठ पहली, दूसरी और तीसरी फिल्म के लिए पुरस्कार राशि क्रमश 2 लाख रुपये, 1.50 लाख रुपये और 1 लाख रुपये है। सर्टिफिकेट ऑफ स्पेशल मेंशन पुरस्कार के लिए चयनित प्रत्येक फिल्म को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

दरअसल लघु फिल्म पुरस्कार योजना आयोग द्वारा 2015 में स्थापित की गई थी। मानवाधिकारों के संवर्धन और संरक्षण की दिशा में इस योजना का उद्देश्य भारतीय नागरिकों, चाहे किसी भी उम्र के सिनेमाई और रचनात्मक प्रयासों को प्रोत्साहित करना और स्वीकार करना है। आयोग को पिछली सभी प्रतियोगिताओं में जबरदस्त प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। आयोग को 2021 के दौरान 190 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं थी ।

लघु फिल्में अंग्रेजी में या किसी भी भारतीय भाषा में अंग्रेजी में उप-शीर्षक के साथ हो सकती हैं। लघु फिल्म की अवधि 3 मिनट से कम या 10 मिनट से अधिक नहीं होनी चाहिए। एक लघु फिल्म एक वृत्तचित्र, वास्तविक कहानियों का नाटकीय रूपांतरण, या कल्पना का काम हो सकती है। फिल्म एनीमेशन सहित किसी भी तकनीकी शूटिंग और फिल्म निर्माण प्रारूप में हो सकती है।

फिल्म का विषय जीवन के अधिकार, स्वतंत्रता, समानता और गरिमा के समग्र दायरे में किसी भी सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक अधिकारों पर आधारित हो सकता है। फिल्म में बंधुआ और बाल श्रम, महिलाओं और बच्चों के अधिकार, वृद्धजनों के अधिकार, दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकार, मानसिक स्वास्थ्य सहित स्वास्थ्य देखभाल का अधिकार, मानव तस्करी, घरेलू हिंसा, पुलिस अत्याचारों के कारण मानवाधिकार उल्लंघन, हिरासत में हिंसा और यातना, सामाजिक-आर्थिक असमानताएं आदि के कारण विस्थापन से मानवाधिकारों का उल्लंघन से संबंधित मुद्दों को शामिल किया जा सकता है।

प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए एक व्यक्ति द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली प्रविष्टियों की संख्या पर कोई प्रवेश शुल्क और अवरोध नहीं है। हालांकि, प्रतिभागियों को विधिवत भरे हुए प्रवेश पत्र के साथ प्रत्येक फिल्म अलग से भेजनी होगी। प्रवेश पत्र की एक प्रति आयोग की वेबसाइट से डाउनलोड की जा सकती है।

 

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