अमृतसर रेल हादसा : वीडियो में रोते हुए आयोजक ने दी सफाई, कहा- इसमें मेरा क्या कसूर

अमृतसर रेल हादसा : वीडियो में रोते हुए आयोजक ने दी सफाई, कहा- इसमें मेरा क्या कसूर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-22 11:40 GMT
अमृतसर रेल हादसा : वीडियो में रोते हुए आयोजक ने दी सफाई, कहा- इसमें मेरा क्या कसूर
हाईलाइट
  • अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह रोते हुए खुद को बेकसूर बता रहे हैं।
  • इस हादसे के बाद से कार्यक्रम का आयोजन करने वाले सौरभ मदान 'मिट्ठू' घर छोड़कर चले गए हैं।
  • दशहरा के दिन अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे में 59 लोगों की जान चली गई थी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दशहरे के दिन अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे में 59 लोगों की जान चली गई थी। इस हादसे के बाद से कार्यक्रम का आयोजन करने वाले सौरभ मदान "मिट्ठू" लोगों के डर से अपने परिवार के साथ घर छोड़कर चले गए हैं। अब एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह रोते हुए खुद को बेकसूर बता रहे हैं और उनके खिलाफ षड़यंत्र रचने का आरोप लगा रहे हैं।

सौरभ मदान ने कहा "मैं नहीं बता सकता कि मेरा क्या हाल है.. सभी लोगों को एक जगह इकट्ठा करने के लिए रावण दहान के कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन के लिए सभी तरह की परमिशन ली गई थी। सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखते हुए वहां पर घेरा बनाया गया था.. किसी भी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ी गई.. पुलिसकर्मी वहां पर थे.. फायर ब्रिगेड का भी वहां पर इंतजाम किया गया था। ये आयोजन ग्राउंड में किया था.. न की रेलवे पटरी पर। ग्राउंड और पटरी के बीच 10 फूट की ऊंची दीवार भी है। लोग पटरी पर खड़े थे.. इतने में एकदम से ट्रेन आ गई। इसमें मेरा क्या कसूर है। कई बार लोगों को पटरी से हटने के लिए अनाउंसमेंट भी कराया था। दो चार शरारती तत्व मेरे खिलाफ आपसी रंजिश निकाल रहे हैं.. मेरे नाम को बदनाम किया जा रहा है।"

 

 

बता दें कि सौरभ मदान साथानीय पार्षद विजय मदान के बेटे हैं। इस बयान के सामने आने से पहले एक वीडियो सामने आया था जिसमें एक व्यक्ति  ट्रेन हादसे से कुछ देर पहले पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू के सामने कहता हुआ नजर आ रहा है कि मैडम, यहां देखिए। इन लोगों को रेल की पटरियों की कोई चिंता नहीं है, भले ही 500 ट्रेन भी यहां से गुजर जाए तो भी 5000 लोग आपके लिए खड़े रहेंगे। नवजोत कौर सिद्धू इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं। जब उनसे ट्रैक पर बड़ी संख्या में लोगों के खड़े होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कई बार स्टेज से लोगों को धोबी घाट ग्राउंड के भीतर आने के लिए कहा गया था, जहां पुतले जलाए जा रहे थे।

गौरतलब है कि शुक्रवार को पंजाब के अमृतसर में रावण दहन के दौरान जौड़ा फाटक पर ट्रेन की चपेट में आने से 59 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं करीब 57 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। सभी लोग दशहरा देखने के लिए यहा पर पहुंचे थे। हादसे के वक्त घटनास्थल पर सैकड़ों की तादाद में लोग मौजूद थे। भीड़ ज्यादा होने के कारण कई लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हो गए थे, तभी अचानक ट्रेन आ गई और लोग उसकी चपेट में आ गए। हादसा ट्रेन 74943 नाकोदर-जालंधर सिटी डीएमयू से हुआ था, जो जालंधर से अमृतसर की तरफ से आ रही थी।

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