AAP विधायकों की गुहार, शादी नहीं हो पा रही है साहब सैलरी बढ़ाइए

AAP विधायकों की गुहार, शादी नहीं हो पा रही है साहब सैलरी बढ़ाइए

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-06 16:47 GMT
AAP विधायकों की गुहार, शादी नहीं हो पा रही है साहब सैलरी बढ़ाइए

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सैलरी बढ़ाने की डिमांड की है। इस डिमांड के पीछे उनकी जो वजह है वो है शादी। दिल्ली विधानसभा में शुक्रवार को बजट सत्र के दौरान करोलबाग से विधायक विशेष रवि ने सैलरी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कम वेतन होने की वजह से विधायकों की शादी नहीं हो पा रही है। वहीं जिनकी शादी हो चुकी है उन्हें घर खर्च चलाने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

MLA को मिलता है 12 हजार रुपए वेतन
जानकारी के मुताबिक दिल्ली में विधायकों का इस समय 12 हजार रुपये वेतन है भत्ते आदि मिलाकर ये करीब 53,500 रुपये के करीब पहुंच जाता हैं। विधायक बताते है कि इस भत्ते में ऑफिस का खर्च, विधानसभा में घूमने-फिरने, जो लोग उनसे मिलने आते हैं उन पर होने वाला खर्च और टेलीफोन आदि सभी खर्चे शामिल हैं। वहीं जनता की सेवा के लिए एक विधायक का भत्ते के अलावा उसके वेतन का बड़ा हिस्सा भी खर्च हो जाता है। इतने कम वेतन में घर चलाना मुश्किल हो गया है।

कम वेतन के कारण नहीं हो रही शादी
विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने वाले विधायक विशेष रवि कहते है कि विधानसभा में 3-4 विधायक अभी कुंआरे हैं। कम वेतन के कारण उनकी शादी भी नहीं हो पा रही है। इसके अलावा जो शादी-शुदा हैं उन्हें घर चलाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि दो माह पहले ही वह पिता बने हैं। अब परिवार बढ़ रहा है और परिवार की जरूरतें भी बढ़ रही हैं।

दूसरे दल के विधायकों ने भी किया समर्थन
विशेष रवि की मांग का सदन में मौजूद सभी विधायकों ने समर्थन किया। उनकी मांग पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में विपक्ष के दो विधायक भी शामिल हैं। यह कमेटी वेतन बढ़ाने की मांग का एक प्रस्ताव लेकर गृहमंत्री से मुलाकात करेगी। यहां हम आपको ये भी बता दें कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद सरकार ने विधानसभा में विधायकों का वेतन चार गुना करने का प्रस्ताव किया था। ऐसा होता तो विधायकों को भत्ता छोड़कर वेतन के रूप में करीब दो लाख रुपये मिलते। लेकिन केंद्र सरकार ने इसकी मंजूरी नहीं दी। 

पिछले साल भी उठा था मुद्दा
पिछले साल भी विधानसभा में उठा था, तब AAP विधायक राखी ने सदन में कहा था कि कई विधायकों की अभी शादी नहीं हुई है। ये विधायक अपना घर बसाना चाहते हैं और जीवनसाथी की तलाश भी कर रहे है। कुंवारों की शिकायत है कि उन्हें वेतन कम मिलता है, इसलिए कोई उनसे शादी करने के लिए तैयार नहीं है। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने उस वक्त राखि की मांग को ठुकरा दिया था।          

 

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