पीएम मोदी ने किया उपराष्ट्रपति की किताब का विमोचन, कहा- अनुशासन को विपक्ष तानाशाही कहता है

पीएम मोदी ने किया उपराष्ट्रपति की किताब का विमोचन, कहा- अनुशासन को विपक्ष तानाशाही कहता है

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-02 10:15 GMT
पीएम मोदी ने किया उपराष्ट्रपति की किताब का विमोचन, कहा- अनुशासन को विपक्ष तानाशाही कहता है
हाईलाइट
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की किताब का रविवार को दिल्ली में विमोचन किया।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सदन ठीक से चलता है तो लोगों का इस बात पर ध्यान नहीं जाता कि कुर्सी पर कौन बैठा है।
  • मोदी ने नायडू की तारीफ करते हुए इशारों में विपक्ष पर तंज भी कस दिया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की किताब का रविवार को दिल्ली में विमोचन किया। मोदी ने नायडू की तारीफ करते हुए इशारों में विपक्ष पर तंज भी कस दिया। उन्होंने कहा, "वेंकैयाजी अनुशासन का पालन करने वाले व्यक्ति हैं, लेकिन मौजूदा समय में अनुशासन की बात करने वाले को तनाशाह कहा जाता है। वर्तमान में अनुशासन को अलोकतांत्रिक मान लिया जाता है। उपराष्ट्रपति ने मूविंग ऑन... मूविंग फॉरवर्ड: अ इयर इन ऑफिस नामक किताब लिखी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सदन ठीक से चलता है तो लोगों का इस बात पर ध्यान नहीं जाता कि कुर्सी पर कौन बैठा है, उसमें कितनी क्षमता है? लेकिन जब सदन की कार्रवाई नहीं चलती तो लोगों का ध्यान इस बात पर ही रहता है कि कुर्सी पर कौन बैठा है। वह किस तरह अनुशासन लाता है, कैसे सबको रोक रहा है। इसलिए वेंकैया नायडू को करीब से देखने का सौभाग्य देश को मिला।

 

 
अटलजी से मांगा था ग्रामीण विकास मंत्रालय
पीएम मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय का एक वाकया याद करते हुए कहा। वेंकैयाजी को अटलजी कोई मंत्रालय देना चाहते थे, लेकिन वेंकैयाजी ने कहा कि वे ग्रामीण विकास मंत्रालय चाहते हैं। वे दिल से किसान हैं, इसलिए कृषि और किसानों के हित में काम करना चाहते हैं।


हर कार्यक्रम में पहुंचते हैं समय पर
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर कार्यक्रम में वेंकैयाजी समय पर पहुंच जाते हैं। उनके बारे में सुनकर हमें गर्व होता है। वेंकैयाजी कभी कलम, पैसे और घड़ी अपने पास नहीं रखते। इसके बाद भी हर कार्यक्रम में वे समय पर पहुंचते हैं। 


मनमोहन सिंह ने कहा, इश्क के इम्तहान और भी
वेकैंया नायडू ने अपनी किताब में बतौर उपराष्ट्रपति अपने कार्यकाल के एक साल की यात्रा का वर्णन किया। किताब विमोचन के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा मौजूद थे। उन्होंने कहा कि वेंकैयाजी ने उपराष्ट्रपति, राजनीतिक और प्रशासनिक दफ्तर में काम किया। यह सब उनके अनुभवों में भी दिखता है। सिंह ने कहा कि एक कवि ने कहा है, सितारों के आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क के इम्तहान और भी हैं।

 

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