राजस्थान में बीजेपी को झटका, आज कांग्रेस में शामिल होंगे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र

राजस्थान में बीजेपी को झटका, आज कांग्रेस में शामिल होंगे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-16 14:59 GMT
राजस्थान में बीजेपी को झटका, आज कांग्रेस में शामिल होंगे जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र
हाईलाइट
  • केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह बुधवार को कांग्रेस में शामिल होंगे
  • राहुल गांधी की उपस्थिति में मानवेंद्र ग्रहण करेंगे कांग्रेस की सदस्यता
  • विधायक मानवेंद्र सिंह ने 22 सितंबर को बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया था

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में बीजेपी को एक बड़ा झटका लगा है। हाल ही में बीजेपी को अलविदा कह चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। मानवेंद्र सिंह बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। राजस्थान में कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गेहलोत और सचिन पायलट भी इस दौरान मौजूद रहेंगे।

बता दें कि मानवेन्द्र सिंह बाड़मेर जिले के शिओ क्षेत्र से विधायक हैं। उन्होंने 22 सितंबर को बाड़मेर के पचपादरा में "स्वाभिमान सम्मेलन" का आयोजन कर बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया था।  बीजेपी से अपने रास्ते अलग करने का ऐलान करते हुए मानवेंद्र ने कहा था, "पार्टी आलाकमान व बड़े नेताओं के कहने पर वह साढ़े चार साल से धैर्य बनाए हुए थे लेकिन अब धैर्य जवाब दे गया है। कमल का फूल, बड़ी भूल है।" मानवेंद्र ने रैली में कांग्रेस में जाने के सवालों पर भी जवाब दिया था। उन्होंने तब कहा था, "मैं जो भी हूं अपने समर्थकों के चलते हूं। मैं वहीं करूंगा जो वो मुझे करने के लिए कहेंगे। समर्थकों का फैसला ही मेरा फैसला होगा। मैं हर एक से इस बारे में बात करूंगा।" उन्होंने यह भी कहा था कि अब वे इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। आम चुनाव वे अपने गृहक्षेत्र बाड़मेर-जैसलमेर सीट से लड़ेंगे।

ऐसा कहा जाता है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के 75 प्लस फार्मूला के चलते बाड़मेर से पिता जसवंत सिंह को टिकट न मिलने के बाद से ही मानवेन्द्र बीजेपी से नाराज चल रहे थे। जसवंत सिंह के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े होने पर उन्होंने अपने पिता के लिए बीजेपी प्रत्याशी सोनाराम के खिलाफ प्रचार भी किया था। राजस्थान सीएम वसुंधरा राजे से भी वे नाराज चल रहे थे। उन्होंने "स्वाभिमान सम्मेलन" में इस बात का जिक्र भी किया था। मानवेंद्र ने कहा था, "बीते चार-पांच सालों से बीजेपी में मेरी अनदेखी की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि मैंने जब भी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को इन मुद्दों से अवगत कराया, तो उन्होंने इस पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी।"

बता दें कि मानवेंद्र से पहले सीएम वसुंधरा राजे से नाराज बीजेपी नेता घनश्याम तिवाड़ी ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया था। तिवाड़ी के बाद मानवेंद्र का जाना बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होना राजस्थान में बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव में एक बड़ा झटका माना जा रहा है। मानवेन्द्र को प्रदेश के राजपूत समुदाय के बीच काफी लोकप्रिय माना जाता है। ऐसे में ठाकुरों का एक बड़ा वोट बैंक बीजेपी से छिटक कर कांग्रेस को जा सकता है।
 

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