स्वामी स्वरूपानंद बोले-अभी आतंक से लड़ेंगे, राम मंदिर का शिलान्यास बाद में
स्वामी स्वरूपानंद बोले-अभी आतंक से लड़ेंगे, राम मंदिर का शिलान्यास बाद में
- 21 फरवरी को होना था राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम
- पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के चलते शंकराचार्य ने लिया फैसला
- शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास का कार्यक्रम स्थगित किया
डिजिटल डेस्क, प्रयागराज। द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास के कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया है। यात्रा के संयोजक स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की ओर से एक बयान जारी करते हुए इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'जगतगुरू शंकराचार्य को जब पुलवामा में हुए हमले के बारे में बताया गया तो उन्होंने वर्तमान परिदृश्य देखकर राम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम को रद्द करने का फैसला लिया।'
गौरतलब है कि शंकराचार्य ने राम मंदिर के शिलान्यास के लिए 21 फरवरी का ऐलान किया था। इसके तहत 17 फरवरी से प्रयागराज से रामाग्रह यात्रा प्रारंभ होनी थी, लेकिन अब यात्रा को कुछ समय के लिए टाल दिया गया है।
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रामजन्मभूमि के संदर्भ में हमने जो निर्णय लिया है वह सामयिक और आवश्यक भी है, लेकिन देश में पैदा हुई इन आकस्मिक परिस्थिति में हम यात्रा को कुछ समय स्थगित करने का निर्णय ले रहे हैं।
बयान में कहा गया है, 'यह समय एकजुट होकर आतंकवादियों और उनका साथ देने वाले लोगों को सबक सिखाने का है। हमारी रामाग्रह यात्रा और शिलान्यास कार्यक्रम से देश का ध्यान भटक सकता है और हम नहीं चाहते कि हमारा कोई भी कार्यक्रम राष्ट्र हित में जरूरी मुद्दे से ध्यान भटकाए।'