अयोध्या में राम और लखनऊ में 'अमन की मस्जिद' बने- शिया वक्फ बोर्ड

अयोध्या में राम और लखनऊ में 'अमन की मस्जिद' बने- शिया वक्फ बोर्ड

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-20 06:18 GMT
अयोध्या में राम और लखनऊ में 'अमन की मस्जिद' बने- शिया वक्फ बोर्ड

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। राम मंदिर का मामला हमेशा से ही विवादित रहा है। अब इस विवाद के बीच केंद्रीय शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी का एक बयान सामने आया है। रिजवी ने कहा है कि विभिन्न पार्टियों के साथ बातचीत करने के बाद हमने एक खाका तैयार किया है जिसमें अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और लखनऊ में मस्जिद का निर्माण होने की बात कही गई है साथ ही उन्होंने कहा है कि इस मस्जिद का नाम किसी राज या शासक के नाम पर रखने के बजाए मस्जिद-ए-अमन रखा जाए। उन्होंने आगे कहा कि यह एक ऐसा समाधान है जो देश में शांति और भाईचारे को लाएगा। ये सुनिश्चित करेगा कि पूरा देश मिलजुल कर रहे। 

गौरतलब है कि शिया वक्फ बोर्ड ने कहा कि इस प्रस्ताव के तहत मस्जिद अयोध्या में न बनाई जाए, बल्कि उसकी जगह लखनऊ में बनाई जाए। इसके लिए पुराने लखनऊ के हुसैनाबाद में घंटा घर के सामने शिया वक्फ बोर्ड की जमीन है, जिस पर मस्जिद बनाई जाए और इसका नाम इसका नाम किसी मुस्लिम राजा या शासक के नाम पर न होकर "मस्जिद-ए-अमन" रखा जाए।

बता दें कि कुछ दिन पहले अखिल भारतीय अखाड़ा ने यद दावा किया था कि शिया वक्फ बोर्ड के साथ राम मंदिर मुद्दे पर सुलह हो गई है। इसी बैठक के बाद ही शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने ये बयान दिया था कि अयोध्या या फैजाबाद में किसी नई मस्जिद का निर्माण नहीं होगा। किसी मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्र में मस्जिद के लिए जगह चिह्नित कर शिया वक्फ बोर्ड सरकार को अवगत कराएगी।

उन्होंने सुन्नी वक्फ बोर्ड की आपत्ति पर भी बयान दिया था। रिजवी ने कहा था कि चूंकि सुन्नी वक्फ बोर्ड अपने पंजीकरण का दावा कई जगह से हार चुका है, यह शिया वक्फ की मस्जिद थी, लिहाजा इसमें सिर्फ शिया वक्फ बोर्ड का हक है। यह मंदिर-मस्जिद निर्माण को लेकर आपसी समझौते का मामला है, इसलिए इसमें कोई भी समाज, सुन्नी समाज के लोग, सुन्नी संगठन के लोग सुलह के लिए हमारी शर्तों पर बैठ जरूर सकते हैं, लेकिन अगर कोई नकारात्मक सोच के साथ बैठता है, तो उसे आने नहीं दिया जाएगा। हम इस मसले को और उलझाना नहीं चाहते हैं।

 

Similar News