सऊदी अरब की भारत में 100 अरब डॉलर के निवेश की तैयारी, जल्द हो सकता है ऐलान

सऊदी अरब की भारत में 100 अरब डॉलर के निवेश की तैयारी, जल्द हो सकता है ऐलान

Bhaskar Hindi
Update: 2019-09-29 13:35 GMT
सऊदी अरब की भारत में 100 अरब डॉलर के निवेश की तैयारी, जल्द हो सकता है ऐलान
हाईलाइट
  • दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक सऊदी अरब
  • भारत में 100 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है
  • सऊदी पेट्रोकेमिकल
  • इंफ्रास्ट्रक्चर और माइनिंग के क्षेत्र में वह निवेश करेगा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया का सबसे बड़ा तेल निर्यातक सऊदी अरब, भारत में 100 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है। देश की विकास क्षमता को देखते हुए वह पेट्रोकेमिकल, इंफ्रास्ट्रक्चर और माइनिंग के क्षेत्र में निवेश करेगा।

सऊदी राजदूत डॉ. सऊद बिन मोहम्मद अल सती ने कहा है कि "भारत एक आकर्षक इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन है। इसे देखते हुए सऊदी अरब ऊर्जा, रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल, इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि, खनिज और खनन के क्षेत्र में भारत में 100 अरब डॉलर का निवेश करने पर विचार कर रहा है।" उन्होंने कहा कि "सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ प्रस्तावित साझेदारी दोनों देशों के बीच बढ़ते ऊर्जा संबंधों को दर्शाती है।"

राजदूत ने कहा कि "क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विज़न 2030 से भारत और सऊदी अरब के बीच विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार का महत्वपूर्ण विस्तार होगा।" बता दें कि विजन 2030 के तहत, सऊदी अरब ने पेट्रोलियम उत्पादों पर अपनी आर्थिक निर्भरता को कम करते हुए सऊदी अर्थव्यवस्था में विविधता लाने की योजना बनाई है।

राजदूत साती ने कहा कि सऊदी अरब भारत की ऊर्जा सुरक्षा का एक प्रमुख स्तंभ है। भारत सऊदी अरब से अपनी जरूरत का 17 प्रतिशत कच्चा तेल तथा 32 प्रतिशत एलपीजी खरीदता है। 2019 में दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में ज्वाइंट पार्टिसिपेशंस तथा इन्वेस्टमेंट के 40 से अधिक अवसरों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच 34 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है और इस बात में कोई शक नहीं कि इसमें बढ़ोतरी ही देखने को मिलेगी।

भारत के साथ भविष्य के संबंधों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध पहले ही कच्चा तेल, पेट्रोलियम उत्पादों तथा एलपीजी की आपूर्ति से आगे बढ़ चुके हैं और पेट्रो रसायन व खोज जैसे क्षेत्रों में संयुक्त भागीदारी तथा निवेश पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, "भारत द्वारा सऊदी अरब को रणनीतिक पेट्रोलियम भंडार में निवेश करने का निमंत्रण दिया जाना दोनों देशों के बीच आपसी भरोसे का सबूत है।"

यह पूछे जाने पर कि क्या ईरान से तेल के आयात पर अंकुश के कारण कमी को दूर करने के लिए सऊदी अरब भारत को तेल की आपूर्ति बढ़ाएगा? राजदूत ने कहा कि उनका देश भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए कमिटेड है और अन्य स्रोतों के व्यवधान से उत्पन्न किसी भी कमी को वह पूरा करेगा। उन्होंने कहा, "दुनिया के प्रमुख ऊर्जा उत्पादकों में से एक सऊदी अरब बाजार में स्थिरता बनाए रखने के लिए ओपेक और अंदर और बाहर के तेल उत्पादकों के साथ काम करना जारी रखेगा।"

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