इस स्कूल में 'जाकिर नाइक' को बताया हीरो, अब मान्यता रद्द की होगी कार्रवाई

इस स्कूल में 'जाकिर नाइक' को बताया हीरो, अब मान्यता रद्द की होगी कार्रवाई

Bhaskar Hindi
Update: 2018-01-13 03:01 GMT
इस स्कूल में 'जाकिर नाइक' को बताया हीरो, अब मान्यता रद्द की होगी कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, अलीगढ़। भड़काऊ भाषण देने के आरोपों में घिरे विवादित इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक को अलीगढ़ के इस्लामिक मिशन स्कूल में हीरो की तरह पढ़ाया जा रहा है। मामला उजागर होने के बाद स्कूल प्रबंधन अब इसे सिलेबस से हटाने की बात कह रहा है। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है। आपको बता दें कि जिस किताब में जाकिर नाईक को  हीरों की तरह दिखाया गया है वो किताब स्कूल ने ही छापी है। मामले के उजागर होने के बाद अब स्कूल की मान्यता पर भी खतरा मंडराने लगा है।

 

 

हीरोज ऑफ इस्लाम में जाकिर नाईक 

ये स्कूल अलीगढ़ के दोदपुर में है। इस्लामिक स्कूल की कक्षा दो में इल्म-ए-उन नफे नामक पुस्तक पढ़ाई जा रही है। इस पुस्तक के पाठ नंबर 22 का नाम हीरोज ऑफ इस्लाम है। पाठ में इसरार अहमद, हारून याहया, मौलाना तारिक जमील,एस अब्दुल्ला तारिक, यूसुफ एसेट्स, बिलाल फिलिप, मौलाना कलीम सिद्दकी, शेख अहमद दीदत के साथ ही जाकिर नाइक का भी जिक्र किया गया है। किताब में नाम नीचे देकर उन्हें पहचानने को कहा गया है। नौ लोगों की फोटो में तीसरी वाली लाइन में डॉ जाकिर नाईक का फोटो है इस किताब में आतंकियों को वैचारिक शह देने के आरोपी जाकिर नाइक को एक हीरो के रूप में पढ़ाया जा रहा है। 

 

स्कूल ने ही की किताब की छपाई

इस्लामिक स्कूल ने ही इस किताब की छपाई की है। इस्लामिक मिशन स्कूल के मालिक डॉ. कोनेन कौसर ही पुस्तक "इल्म-उन-नफे" के संकलनकर्ता भी हैं। मामला सामने आने के बाद जब स्कूल प्रबंधन से इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि दो साल पहले जब यह किताब छापी गई थी तब जाकिर नाईक पर कोई मामला नहीं था। अब नई पुस्तक जल्द ही छपकर आ जाएगी।

 

 

मान्यता रद्द की होगी कार्रवाई

वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामला संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की बात की है। बीएसए का कहना है की हम उनको नोटिस भेज रहे है। जाकिर नाइक को बतौर हीरो पढ़ाया जा रहा है, जो देश विरोधी गतिविधि में आता है। नोटिस देने के बाद मान्यता रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 कौन है जाकिर नाईक?

1. 52 साल का डॉक्टर जाकिर नाईक पर भड़काऊ भाषण देकर मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथ की ओर ले जाने का आरोप है। 

2. भारत में पहले ही नाईक के खिलाफ एनआईए ने टेरर फंडिंग और मनी लॉड्रिंग के लिए चार्जशीट दाखिल की है। 

3. बांग्लादेश में आतंकवादी हमलों के लिए पीछे नाईक के भाषणों की प्रेरणा होने की बात सामने आई तो नाईक भारत छोड़कर भाग खड़ा हुआ।

4. नाईक की एनजीओ को भारत में बैन किया जा चुका है। वहीं पीस टीवी पर उसके भड़काऊ प्रवचनों के चलते बैन लगा दिया गया है।

5. बांग्लादेश और यूके ने भी जाकिर नाईक पर बैन लगा रखा है। 

6. नाईक ने अपने भाषणों में कथित रूप से समलैंगिकों को और इस्लाम को छोड़ने वालों को जान से मारने की सजा देने की बात कही थी। 

7. एक यूट्यूब वीडियो में जाकिर ने ओसामा बिन लादेन का भी सपोर्ट किया था।
 

Similar News